उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि यह टीकाकरण अभियान विशेष रूप से ड्रॉपआउट (जिन्होंने टीकाकरण शुरू तो किया पर अधूरा छोड़ दिया) और लेफ्ट आउट (जो टीकाकरण से बिल्कुल छूट गए) बच्चों पर केंद्रित है। टीकाकरण के माध्यम से बच्चों को खसरा-रूबेला, पोलियो, डिप्थीरिया, पोलियो, टिटनेस, गलघोटू, काली खांसी, निमोनिया, हेपेटाइटिस-बी, खसरा, रोटावायरस दस्त, टीबी / तपेदिक, मेनिनजाइटिस, रूबेला जैसी घातक और जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
टीकाकरण अभियान को जन सहयोग से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब समाज के प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी इस प्रकार के जनस्वास्थ्य अभियानों में सुनिश्चित होती है, तभी उनका वास्तविक उद्देश्य पूर्ण होता है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा घर-घर जाकर पात्र लाभार्थियों को चिन्हित किया जाएगा और उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अपने बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए समय पर सभी जरूरी टीके अवश्य लगवाएं। एक ही संदेश गांव-गांव और शहर-शहर तक पहुंचाना है कि खसरा-रूबेला (एमआर) के दो टीकों से बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित बनाया जा सकता है। इस अभियान को सफल बनाने में आशा वर्करों, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, जो समुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक करेंगे और उन्हें टीकाकरण केंद्रों तक लेकर आएंगे।
उपायुक्त ने बताया डिजिटल टीकाकरण प्रमाण-पत्र की सुविधा भी इस टीकाकरण अभियान के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए ‘यू-विन ऐप’ का उपयोग किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए नागरिक अपने क्षेत्र की आशा वर्कर, एएनएम या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर सकते हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से नागरिकों से आह्वान किया है कि वे इस विशेष टीकाकरण अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। यह अभियान न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामूहिक स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यूविन पोर्टल से डाउनलोड किए जा सकते हैं सर्टिफिकेट :
उपायुक्त ने बताया कि अभियान के तहत शिविर में बच्चों को मीजल और रूबेला से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे. इसके अलावा, इस विशेष अभियान में बच्चों के वैक्सीन सर्टिफिकेट को केंद्र सरकार के यूविन पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा। इससे बच्चे के अभिभावक को एक यूनीक आईडी नंबर दिया जाएगा। उसके जरिये बच्चों के अभिभावक वैक्सीन सर्टिफिकेट भी यूविन पोर्टल पर जाकर डाउनलोड कर सकेंगे।
कई जगहों पर चलाया जाएगा अभियान :
उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जाने वाले टीकाकरण अभियान में सभी वंचित बच्चों को कवर किया जाएगा जाता है। इस विशेष अभियान में बच्चों व गर्भवतियों का टीकाकरण किया जाएगा। यह टीकाकरण गर्भवती के गर्भ में पल रहे बच्चे व गर्भवती दोनों की कई तरह की बीमारियों से रक्षा करता है। यह टीकाकरण जिले के सभी अस्पतालों समेत प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी किया जाएगा।
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