बैठक में इन्होंने रखी अपनी शिकायतें :
बैठक में गुरुग्राम निवासी मुकुल वत्स, आली ब्राह्मण निवासी महर्षि दुर्वासा, दीघोट निवासी प्रताप फौजी, फरीदाबाद निवासी प्रमोद कुमार, न्यू एक्सटेंशन कॉलोनी निवासी सविता, होडल निवासी सुखदेव, सिहोल निवासी चन्दो, पलवल निवासी प्रभु दयाल, ढकल पुर निवासी अजीत सिंह, सल्लागढ़ निवासी लक्ष्मी तथा अतरचट्टा निवासी संतादेवी ने अपनी शिकायत रखी। बैठक में अन्य शिकायतें भी रखी गईं, जिनका उपायुक्त ने जांच कर उचित समाधान का आश्वासन दिया।
बैठक में उपायुक्त ने एक निजी विद्यालय द्वारा शिक्षकों को लंबे समय से वेतन का भुगतान न किए जाने संबंधित शिकायत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि विद्यालय के खिलाफ एक्शन के लिए पहले ही लिख दिया गया है तथा अब विद्यालय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने बैठक में महर्षि दुर्वासा द्वारा गांव के रास्ते को ऊंचा करवाने, नाली के निर्माण व स्वच्छता करवाने बारे अधिकारियों को गांव में निकाली जाने वाली धार्मिक यात्रा से पूर्व सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जिला और उपमंडल स्तर पर सोमवार और वीरवार को सुबह 10 से 12 बजे तक समाधान शिविर का आयोजन करवाया जा रहा है। आमजन इन शिविरों में आकर भी अपनी समस्या का निवारण करवा सकता है। समाधान शिविरों में आने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के साथ जल्द से जल्द समाधान करवाया जाता है।
शिकायतों का निदान करने का समाधान शिविर एक बेहतर प्लेटफार्म
उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार प्रत्येक सोमवार और गुरुवार को जिला के साथ-साथ उपमंडल स्तर पर भी समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। समाधान शिविरों का आयोजन आमजन की शिकायतों और समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि समाधान शिविर लोगों की समस्याओं को दूर करने का एक अच्छा प्लेटफार्म है।
आमजन को इसका लाभ जरूर उठाना चाहिए। समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों को ऑनलाइन पंजीकरण किया जाता है और प्रत्येक शुक्रवार को प्रशासनिक सचिव लेवल पर उनकी समीक्षा की जाती है। समाधान शिविर में आने के बाद जब तक शिकायतों पर निदान नहीं हो जाता तब तक सरकार की उस संबंधित शिकायत पर पैनी नजर बनी रहती है।
बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष विपिन बैंसला, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, अतिरिक्त उपायुक्त जयदीप, एडिशनल एसपी ममता खरब, एसडीएम बलीना, सीईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार, जिला नगर आयुक्त मनीषा शर्मा, एमडी शुगर मिल द्विजा, नगराधीश अप्रतिम सिंह, जिला राजस्व अधिकारी बलराज दांगी, डीडीपीओ उपमा अरोड़ा, कमेटी के सदस्य सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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