नमो ड्रोन दीदी योजना’ से महिलाओं को मिला आधुनिक तकनीक में प्रशिक्षण
केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं को सदैव ‘नारी शक्ति’ के रूप में प्राथमिकता दी गई है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 70 प्रतिशत से अधिक ऋण, स्टैंड-अप इंडिया योजना में 75 प्रतिशत ऋण और जन-धन खातों में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी महिलाओं की है। लगभग 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर ग्रामीण भारत में बदलाव ला रही हैं, जिनमें से एक करोड़ से अधिक महिलाएं ‘लखपति दीदी’ पहल के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनी हैं।
उन्होंने बताया कि ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के अंतर्गत संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर नीति निर्धारण में उनकी भागीदारी को नई पहचान दी गई है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भी महिलाएं अग्रणी हैं—चंद्रयान-3 की सफलता में 50 से अधिक महिला वैज्ञानिकों और इंजीनियरों का योगदान इसका उदाहरण है। ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के माध्यम से महिलाओं को आधुनिक ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार अभियान में महिलाओं के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन
राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत माताओं को पहले बच्चे पर 5,000 रुपये और दूसरे बच्चे के रूप में कन्या संतान पर 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब तक 4 करोड़ से अधिक माताओं को DBT के माध्यम से 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत 6 करोड़ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग, 2.7 करोड़ से ज्यादा जेनेटिक कार्ड वितरण और नवजात शिशुओं व किशोरों का उपचार किया गया है।
“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के तहत देशभर में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित हो रहे हैं, जिनमें एनीमिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जांच, मातृ एवं शिशु देखभाल, पोषण परामर्श और “निक्षय मित्र अभियान” जैसी सेवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान “पोषण माह” के साथ मिलकर मातृ, किशोर एवं बाल पोषण को मजबूत करने और समाज को सशक्त बनाने का एक अनूठा अवसर है। स्वस्थ महिला ही सशक्त परिवार, सक्षम समाज और मजबूत राष्ट्र की आधारशिला है।
केंद्र सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध
बड़खल विधायक धनेश अदलखा ने कहा कि स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक देशभर में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज आयोजित कार्यक्रम में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण वितरित किए गए। साथ ही, टीबी रोगियों को गोद लेने की पहल के अंतर्गत “निक्षय मित्र” अभियान को बढ़ावा दिया गया और जरूरतमंद मरीजों को पोषण किट उपलब्ध कराई गई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सेवा और संवेदनशीलता के रूप में हर नागरिक के साथ खड़ी है। चाहे बहनों और बेटियों की सुरक्षा का प्रश्न हो, बुजुर्गों एवं दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण उपलब्ध कराने का कार्य हो, लाडो लक्ष्मी योजना जैसी महिला सशक्तिकरण पहल हो, पेंशन योजनाओं का समय पर लाभ पहुँचाना हो या फिर प्रसव के समय माताओं को सहायता प्रदान करने की व्यवस्था—हर क्षेत्र में सरकार ने समाज के प्रत्येक वर्ग तक सुविधा पहुँचाने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि देश का कोई भी नागरिक उपेक्षित न रहे। यही कारण है कि केंद्र सरकार महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, युवाओं, वरिष्ठजनों और दिव्यांगजनों सहित समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज का आयोजन न केवल स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकार “सेवा ही संगठन” के भाव को लेकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने का सतत प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को टीबी मुक्त भारत और रक्तदान करने की शपथ दिलाई गई साथ ही ईएसआई डॉक्टर द्वारा 3 टीबी मरीजों को गोद लेकर पोषण किट दी गई।
कार्यक्रम में पार्षद गायत्री देवी, ईएसआई मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ चवन कालिदास दत्तात्रेय, मेडिकल सर्जन डॉ संदीप कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्तिगण मौजूद रहे।
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