बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी मिनाक्षी चौधरी ने विभाग द्वारा भेजे गए गतिविधि कैलेंडर की जानकारी साझा की। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ने कुपोषण की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि इसे जड़ से समाप्त करने का एकमात्र समाधान संतुलित आहार है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आठवें राष्ट्रीय पोषण माह-2025 को सफल बनाने हेतु अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित करें और इस अभियान को व्यापक जनभागीदारी से जोड़ें।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि पोषण माह और सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित होने वाली सभी गतिविधियों को हर्षोल्लास के साथ तथा समाज की सक्रिय भागीदारी से मनाया जाए, ताकि आमजन में स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी जागरूकता बढ़े। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय से स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे।
बैठक में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत जिले में पौधारोपण गतिविधियों को गति देने पर भी चर्चा हुई। जिला संयोजक (पोषण अभियान) गीतिका सभरवाल ने सभी विभागों को अपनी गतिविधियों को समय पर जन आंदोलन पटल पर अपलोड करने के निर्देश दिए।
बैठक में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ. मंजू श्योरान, सुशीला सिंह, स्मिता कुमारी, डॉ. मनीषा लम्बा, खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र सिंह, जसवंत सिंह, डिप्टी सीएमओ डॉ. मान सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक आदित्य कौशिक, कार्यकारी अभियन्ता पंचायत राज परवीन गोठवाल, राकेट लर्निंग एन.जी.ओ. के प्रतिनिधि तथा पर्यवेक्षक वर्ग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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