उपायुक्त डॉ हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि समिति का मुख्य उद्देश्य सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या और उससे होने वाली मृत्यु दर में कमी लाना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सडक़ सुरक्षा के लिए तकनीकी उपायों के साथ-साथ जन-जागरूकता भी आवश्यक है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में रोड सेफ्टी के संदर्भ में वर्कशाप आयोजित कर विद्यार्थियों को जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि नियमों की जानकारी और उनके पालन से दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है।
उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि अवैध कटों को बंद किया जाए, सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है, ऐसे में सभी प्रमुख सडक़ों पर उचित रोड मार्किंग, सफेद पट्टी, रिफ्लेक्टर लगाए जाएं, ताकि कोहरे और कम दृश्यता के दौरान सडक़ दुर्घटनाओं से बचा जा सके। मुड़कटी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, केएमपी पर अवैध अतिक्रमणों को हटाने के लिए अभियान लगातार चलाया जाना चाहिए।
उपायुक्त ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समिति की बैठकों में पूर्व में शामिल किए गए एजेंडा बिंदुओं पर जो भी सुधारात्मक कार्य किए गए हैं, उनकी अपडेट रिपोर्ट समयबद्ध रूप से भिजवाना सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान पलवल में यातायात व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए समिति में शामिल गैर-सरकारी सदस्यों से भी सुझाव आमंत्रित किए। एनएचएआई के अधिकारियों को गांव गदपुरी के पास एक फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए भी निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक वरूण सिंह सिंगला ने बताया कि सडक़ सुरक्षा समिति के दृष्टिïगत बिना हेलमेट, ड्रिंक एंड ड्राइव के मामलों में पुलिस विशेष सख्ती बरत रही है और दोषी व्यक्तियों के निर्धारित नियमों के तहत चालान किए जा रहे हैं। चालान प्रक्रिया के साथ-साथ आमजन को सडक़ सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। इसके अलावा ओवरस्पीडिंग के मामलों को रोकने के लिए प्रभावी कार्य योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों के लिए फस्र्ट एड की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
बैठक में पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, अतिरिक्त उपायुक्त जयदीप कुमार, उप मंडल अधिकारी (ना.) पलवल ज्योति, सचिव जिला प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जितेन्द्र कुमार, उप मंडल अधिकारी (ना.) बलिना, उप पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक मनोज वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, उप सिविल सर्जन डा. रामेश्वरी, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग (भवन एवं मार्ग) रितेश कुमार, एनएचएआई, एचएसआईडीसी, नगर परिषद सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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