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चमकी बुखार ने ली 100 से ज्यादा बच्चों की जान, लीची हुई बदनाम

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कुरुक्षेत्र राकेश शर्मा :बिहार में चमकी  बुखार के कारण लगभग 120 से ज्यादा मासूमों की जान चली गई जो कि  दुःखद घटना है भले ही अभी तक  कारणों का  पता भी नही चल पाया हो । चमकी बुखार की मार  बिहार के मासूम बच्चों पर पड़ी हो और इस बुखार को लीची के साथ जोड़ने की खबर हर रोज चर्चा का विषय बनी हुई है जिसके कारण अब लीची भी बदनाम हो गई है। कुरुक्षेत्र के बाजार में  आम , आड़ू, आलूबुखारा, तरबूज, ओर चीकू रहेड़ीयो पर जरूर सजा मिल जाएगा लेकिन लीची की एक दो रेहड़ी ही दिखाई दे रही है।  जिसका कारण है चमकी बुखार ओर लीची का सम्बंध अभी तक प्रमाणित नही हो पाया है कि बिहार में मासूमो की जान लीची खाने या फिर उसके उत्पादन की वजय से हो रही है लेकिन कुछ भी चमकी बुखार के कारण अब की बार लीची जरूर बदनाम हो गई।

क्या कहते है लीची की रेहडी लगाने वाले:-
लीची की रेहडी लगाने वाले आफताब ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के ख़जानपुर का रहने वाला है। काफी समय से फल फ्रूट की रहेड़ी लगता है आमतौर पर गर्मी के दिनों में लीची बेचने का काम करता है। लेकिन बिहार के चमकी बुखार को लीची के साथ जोड़ने के कारण लीची का अब कोई खरीददार नही रहा जिसके कारण उनको काफी नुकसान सहना पड़ रहा है।

लीची के दामो में हर रोज हो रही है गिरवाट
बाजार में जहाँ कुछ दिन पहले लीची के खूब खरीददार मिल जाते थे जिसके कारण भाव भी तेज रहता था । लेकिन बिहार की घटना के पहले जो  लीची 120 रुपए में बिक रही थी अब  वही  60 से 70 रुपए किलो के भाव से बिक रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे लीची के अंदर कीड़े की  खबर से भी लीची को खाने वाले भी दूरी बनाये हुए है। जिसके कारण लीची का भाव कम हो रहा है।

बिहार में सबसे ज्यादा होता है लीची का उत्पादन
 एक दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने संसद के सामने लीची को लेकर चिंता जताई थी। बिहार देश के लीची उत्पादन में कुल 40 से 50 फसीदी तक हिस्सेदारी है 2017 कि रिपोर्ट के मुताबित बिहार में 32 हजार हैक्टेयर जमीन में 3 लाख मीट्रिक टन लीची का उत्पादन होता हुआ और बिहार में मुजफ्फरनगर को लीची उत्पादन का गढ़ माना जाता है ओर इस क्षेत्र के 50 हजार से भी ज्यादा किसान परिवारों की आजीविका जुड़ी है।

क्या कहते है जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी
जब इस विषय को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी  डॉ सुखबीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में अभी तक ऐसा को भी केस सामने नही आया है । 
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