इस कार्यशाला में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) से जुड़े उद्यमियों व हितधारकों को हरियाणा सरकार की वर्तमान व आगामी एमएसएमई नीतियों एवं भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। साथ ही विश्व बैंक द्वारा समर्थित रैम्प (RAMP) कार्यक्रम, एमएसएमई वित्तपोषण के वैकल्पिक साधनों जैसे एसएमई एक्सचेंज आदि पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
कार्यशाला का उद्देश्य जिले के एमएसएमई उद्यमियों को सरकारी योजनाओं व नीतियों से अवगत कराना और उनके व्यवसाय को आगे बढ़ाने हेतु वित्तीय व तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाना रहा। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने उद्यमियों के सवालों के उत्तर भी दिए और योजनाओं का लाभ उठाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया।
संयुक्त निदेशक रामनदीप ने कहा कि “सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक उद्यमी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं और अपने उद्योगों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएं। इस दिशा में इस तरह की कार्यशालाएं एक मजबूत कड़ी साबित होती हैं।”
कार्यशाला में जिले के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से बड़ी संख्या में एमएसएमई उद्यमियों ने भाग लिया और इसे अत्यंत लाभकारी बताया।
कार्यशाला में भाग लेने हेतु इच्छुक उद्यमी जिला एमएसएमई कार्यालय (उद्योग), फरीदाबाद से संपर्क कर सकते हैं।
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