निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, बाल वार्ड की स्थिति, चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता एवं कर्मचारियों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की।
राणा ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि बच्चों को समुचित इलाज एवं देखभाल मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक बच्चे को समय पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सीय सेवा मिलनी चाहिए और किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने नवजात शिशु यूनिट, बाल वार्ड, टीकाकरण कक्ष आदि का भी गहन निरीक्षण किया और मरीजों व उनके परिजनों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं।
बी.के. नागरिक अस्पताल का निरीक्षण करने के पश्चात सुमन राणा ने बाल सुधार गृह एवं प्लेस ऑफ सेफ्टी का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वहां रह रहे बच्चों से सीधी बातचीत कर उनकी दिनचर्या, शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य सेवाओं एवं अन्य सुविधाओं की स्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को सुरक्षित, सम्मानजनक एवं सहयोगपूर्ण वातावरण मिलना चाहिए ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार बच्चों के अधिकारों की रक्षा एवं कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार की कमी अथवा अनियमितता पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर प्रधान चिकित्सक अधिकारी डॉ. सतेंद्र वशिष्ठ, सीएमओ डॉ. जयंत आहूजा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मिनाक्षी चौधरी, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष श्रीपाल करहाना, जिला बाल संरक्षण इकाई से काउंसिलर अपर्णा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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