नई दिल्ली - पंजाब , राजस्थान, कर्नाटक के बाद हरियाणा कांग्रेस में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हरियाणा कांग्रेस उसी राह पर चल रही है जिस राह पर लगभग 7 साल पहले थी। बिना पेंदी के लोटे की तरह, कई साल से बिना संगठन के चल रही है। अशोक तंवर के कार्यकाल की तरह ही वर्तमान कार्यकाल भी है। अब हुड्डा समर्थक विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जानकारी के मुताबिक गीता भुक्कल, बीबी बतरा, रघुबीर कादियान, आफताब अहमद, राव दान सिंह, धर्म सिंह छौक्कर, जयवीर वाल्मीकि सहित कल कई विधायक हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल से दिल्ली में मिले और असंतोष जाहिर किया।
विधायकों ने प्रभारी बंसल से कहा कि हरियाणा में आठ साल से संगठन नहीं है। विधायकों की संगठन में सुनवाई नहीं है। विरोधी दल भाजपा ने भी संगठन बनाकर तैयार कर दिया है। ऐसे में आगामी चुनाव में हमारे सामने दिक्कतें आएंगी। विधायकों ने प्रदेश प्रभारी से कहा है कि पार्टी के कामकाज में हमसे सलाह नहीं ली जाती है। स्थानीय निकाय, जिला पंचायत चुनाव में पार्टी के विधायकों को पूछा नहीं जाता, सभी फैसले अपने स्तर पर किए जाते हैं। सिंबल पर चुनाव लड़ना है या नहीं इस बारे में भी विधायकों की राय नहीं जानी जाती है। सारी बात जानने के बाद बंसल ने बातचीत करने का आश्वासन दिया है।
सूत्रों की मामले तो ये विधायक चाहते हैं कि कांग्रेस की कमान दीपेंद्र हुड्डा या गीता भुक्कल को दी जाए। दीपेंद्र राज्य सभा सांसद हैं इसलिए गीता भुक्कल का नाम भी आने लगा है। ये रार पिछले विधानसभा चुनावों से ही चली आ रही है जब हुड्डा के कई समर्थकों को टिकट नहीं मिला। विधायकों का कहना है कि अगर उस समय पूर्व सीएम हुड्डा की चली होती तो प्रदेश में कांग्रेस को और अधिक सीटें मिलतीं और कांग्रेस की सरकार आराम से बन जाती।
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