चंडीगढ़- हरियाणा के करनाल में कल हुए बवाल की चर्चाएं सुर्ख़ियों में हैं। कल सीएम की किसान महापंचायत में बवाल करने वाले 71 लोगों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुक्सान पहुंचाने का मामला दर्ज कर लिया गया है। सीएम ने कल की प्रेस वार्ता कर करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत कार्यक्रम के दौरान हुए घटनाक्रम के लिए कांग्रेस व वामपंथियों को जिम्मेवार ठहराया था।
करनाल बवाल पर कांग्रेस का कहना है कि ये किसान महापंचायत नहीं सरकारी पंचायत थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मीडिया विभाग के चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने करनाल के कैमला में किसान महापंचायत को सरकारी महापंचायत करार दिया है। उन्होंने खट्टर सरकार पर किसान अन्नदाताओं की संवेदनाओं एवं भावनाओं से खिलवाड़ करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश करने का आरोप भी लगाया। रविवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री को सरकारी महापंचायत का ढोंग बंद करना चाहिए। सुरजेवाला का ये ट्वीट पढ़ें
क्या कह रहे थे, खट्टर साहेब !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 10, 2021
‘सरकारी’ महापंचायत तो होकर रहेगी?
ये अन्नदाता हैं। ये किसी वाटर कैनन या आंसू गैस से नहीं डरते।
इन्हें डराइए नहीं। इनकी ज़िंदगी, रोज़ी रोटी मत छीनिये।
तीनों खेती बिल वापस कराइए वरना झोला उठाकर घर जाइए।#किसानों_का_दर्द_समझों #FarmersProtest
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