नई दिल्ली- हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार की मजबूरी है कि वो ऊपर से आये आदेश के खिलाफ कुछ नहीं बोल सकती। हाल में पास हुए कृषि अध्यादेशों के खिलाफ प्रदेश में उग्र प्रदर्शन होने लगे हैं। आज सिरसा में कुछ ऐसा ही हुआ जहाँ हजारो किसानों ने उप- मुख्य्मंत्री दुष्यंत चौटाला और केबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का आवास घेरने का प्रयास किया लेकिन मौके पर तैनात हजारो पुलिसकर्मियों ने किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया। दुष्यंत का आवास पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। किसानो पर आंसू गैस के गोले दागे गए। पानी की बौछारें छोड़ी गईं और उस समय किसान वहां से चले गए लेकिन अब जानकारी मिल रही है कि किसानो ने दुष्यंत की कोठी से 500 मीटर दूर बरनाला हाइवे पर किसानों ने डेरा डाल दिया है और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
उप-मुख्य्मंत्री को आज ही कोरोना हुआ था इसलिए वो अपने आवास पर नहीं हैं। बताया जा रहा है कि वो चंडीगढ़ में हैं। प्रदेश में किसानो को लेकर जो राजनीति हो रही है उससे विपक्ष मजबूत हो रहा है क्यू कि भाजपा ने बड़ा प्रयास करने पर भी किसानों को बिल के बारे में कुछ नहीं समझा पाया। कुछ नेता प्रेस वार्ता कर अपना उल्लू सीधा कर लिया। भाजपा कार्यकर्ता कहीं भी किसानो को समझाते नहीं दिख रहे हैं जबकि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोल रखा है। प्रदेश के किसी बड़े नेता के एक बुलावे पर वहां हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ता पहुँच जा रहे हैं जबकि भाजपा के किसी नेता के सौ बार बुलाने पर भी गिनती के कार्यकर्ता कहीं पहुँच रहे हैं। भाजपा की बैठकों तक में मंडल अध्यक्ष स्तर के कार्यकर्ता बहुत कम पहुँच रहे हैं। दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के लोग बहुत नाराज दिख रहे हैं। उनकी किसी भी खबर पर दो फीसदी से ज्यादा पॉजिटिव कमेंट्स नहीं आते। 98 फीसदी लोग उन्हें भरा-बुरा कह रहे हैं। फेसबुक पर पोस्ट की गई हमारी खबरों के नीचे कमेंट्स पढ़ सकते हैं।
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