फरीदाबाद- जिले में सबसे पिछड़े विधानसभा क्षेत्रों में अब भी एनआईटी 86 का नाम सबसे ऊपर है। एक समय ऐसा भी था जब इस विधानसभा क्षेत्र के लोग बड़े सपने देखने लगे थे और क्षेत्र में जमकर विकास कार्य भी हुए। 2009 से 2014 के बीच में ये विकास कार्य हुए थे। क्षेत्र में लेजर वैली पार्क से लेकर दर्जनों छोटे पार्क, गौंछी ड्रेन और एक बड़ी अस्पताल भी बनी लेकिन शुरू नहीं हो सकी क्यू कि 2009 से 2014 तक विधायक और राज्य में मंत्री रहे पंडित शिव चरण लाल शर्मा 2014 में बहुत कम वोटों से चुनाव हार गए और इनेलो के नगेंदर भड़ाना क्षेत्र के विधायक बने। शिव चरण लाल शर्मा के कार्यकाल में एनआईटी- 86 में 500 करोड़ रूपये से ज्यादा के विकास कार्य हुए। क्षेत्र की तमाम सड़कें सीमेंटेड बनीं। भड़ाना के कार्यकाल में उस हिसाब से विकास कार्य नहीं हुए जबकि उन्होंने भाजपा को अपना समर्थन दे दिया था।
12 सितम्बर 2018 को पंडित शिव चरण लाल शर्मा का निधन हो गया और क्षेत्र के लाखों लोगों का ख्वाब अधूरा ही रह गया। उनका अंतिम संस्कार गढ़गंगा में किया गया। वह यूपी के जेवर इलाके से फरीदाबाद आकर बसे थे। राजनीति में आने से पहले वे गर्वमेंट प्रेस में नौकरी करते थे। वर्ष 1994 में पहली बार पार्षद बने। नगर निगम में दो बार वरिष्ठ उप महापौर बने और एनआईटी से विधायक बने। भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में वह श्रम राज्य मंत्री रहे। करीब 86 वर्षीय पूर्व मंत्री को बीमार होने पर कुछ दिन पहले सेक्टर-21ए स्थित एशियन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उनके बड़े बेटे मुकेश शर्मा भी नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर रह चुके हैं। उनके एक और पुत्र मुनेश शर्मा अच्छे समाजसेवी हैं जबकि छोटे पुत्र नीरज शर्मा वर्तमान में एनआईटी के विधायक हैं।
नेराज शर्मा पिछले साल के चुनावों में नागेंद्र भड़ाना को हराकर विधायक बने थे। ये चुनाव स्वर्गीय पंडित जी के नाम पर लड़ा गया था और नीरज शर्मा ने क्षेत्र की जनता को सपने दिखाए थे कि वो एनआईटी को स्वर्गीय पंडित जी के सपनों का क्षेत्र बनाएंगे और क्षेत्र का विकास करवाएंगे। नीरज शर्मा कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े थे और गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल में सिर्फ कांग्रेस को एनआईटी की ही एकमात्र सीट मिली थी। कांग्रेस की सरकार नहीं बन सकी। सरकार बनती तो नीरज शर्मा मंत्री जरूर बनते। फिलहाल वो जिले के इकलौते ऐसे विधायक हैं जो काफी मेहनत कर रहे हैं लेकिन सरकार भाजपा- जजपा की है इसलिए विकास के लिए शायद ही मोटी रकम ला सकें। क्षेत्र के लाखों लोगों को नीरज शर्मा ने बहुत उम्मीदें हैं। नीरज शर्मा वर्तमान में काफी तेज दौड़ रहे हैं और उनको ये नहीं पता है कि उनके विरोधी यही कह रहे हैं कि वो जल्द थक जाएंगे। अभी तो लगभग एक साल ही हुए हैं, अगला चुनाव चार साल बाद है। तब तक नीरज को अपने अंदर की ऊर्जा संभालकर रखनी होगी। उन्हें विरोधी अभी आराम फरमा रहे हैं वो इसलिए ताकि जब नीरज दौड़ते- दौड़ते थक जाएँ तो विरोधी उनसे जब चाहें आगे निकल जाएँ।
https://www.haryanaabtak.com/2019/10/Neeraj-Sharma-NIT-86-Faridabad.html
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