फरीदाबाद : देश में इस समय भी सब कुछ ठीक-ठाक है। मंगलवार होने के बाद भी ठकठक खान पास में अपनी दुकान पर काम कर रहा है। खुद को कोई खतरा महसूस नहीं कर रहा है। खान की चिकेन-मटन की दुकान है और फरीदाबाद में अधिकांश लोग मंगलवार को नॉनवेज नहीं खाते लेकिन खान को इस दिन बेंचने से किसी ने मना भी नहीं किया क्यू कि सबको पता है कि उसके भी बच्चे हैं और उसका यही धंधा है ,खान भी खुश है लेकिन देश के नकली खान कुछ और ही सोंच रहे हैं। नकली खान वही सोंच रहे हैं जो इमरान खान सोंच रहा है। भारत पर परमाणु बम न चलाकर जेहाद का वाण चलाया जाए और भारत के मुस्लिमों को भड़काया जाए। इसके लिए भारत में ही रह रहे कुछ जेहादियों का साथ लिया जाये। जो एएमयू और जेएनयू में छात्र के रूप में सरकारी रोटी तोड़ रहे हैं।
हरियाणा अब तक को अपने सोशल मीडिया अनुभव से ये जानकारी मिली है कि देश को कमजोर करने में सीमा पार के लोगों का हाथ है। जम्मू-कश्मीर से 370 हटने के बाद और वहां तैनात सेना के कारण पड़ोसी देश के लोग जो धन अलगाववादियों और पत्थरबाजों को देते थे वो धन अब जेएनयू और एएमयू में बैठे जेहादियों को दिया जा रहा है ताकि वो भारत में आग लगवा सकें। हाल में उन्हें सफलता भी मिली और कई शहरों में आग लगी। इस सफलता से सीमा पार के आतंकियों के आका काफी खुश हैं और अब भारत के जेहादियों को दोगुना धन मिल सकता है।
सीमा पार से भारत में बैठे जेहादियों के पास एक और बड़ा आदेश आया है ऐसा हमें हमारा अनुभव बता रहा है और वो उस आदेश के मुताबिक भारत में दलितों को सरकार के खिलाफ भड़काओ, देश में कहीं भी एक दलित के साथ कुछ गलत हो तो उस खबर को पूरे देश में फैलाओ ताकि दलित भारत सरकार से नाराज हो जाएँ। हिन्दू दलितों को सरकार के खिलाफ भड़काकर दलित-मुस्लिम एकता का अभियान चलाओ।
सीमा पार बैठे बड़े आतंकियों और पाकिस्तान सरकार चाहती है कि हिन्दू दलितों को भड़काकर उन्हें मुस्लिमों के साथ जोड़ा जाए और भारत को कमजोर किया जाये। इसके लिए कुछ दलित नेताओं का भी साथ लेने की तैयारी चल रही है। उन्हें सीमा पर से खरीदने का प्रयास किया जा रहा है और कुछ को टीम हाफिज सईद और टीम इमरान खान ने खरीद भी लिया है। इसके लिए टुकड़े गैंग की शेहला राशिद, उमर खालिद का साथ लिया गया है। पैसे पाकर कुछ लोग दलितों को भड़का रहे है। ट्विटर कर कई तरह के ट्रेंड वो चला रहे हैं जिन्हे सीमा पार से मोटा माल मिल गया है। कभी ये माल जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों को मिला करता था लेकिन अनुच्छेद 370 के पहले कई अलगाववादियों को भारत सरकार ने जेल में ठूंस दिया इसलिए दलित समाज के कुछ खास लोगों को ये माल दिया जा रहा है।
भारत को गुलाम और कमजोर बनाने की सीमा पार से बड़ी तैयारी चल रही है। दलित समाज के पढ़े लिखे लोग तो सब जानते हैं। उनका कहना है कि हम तो हर समाज के साथ उठते बैठे खाते-पीते हैं और एक थाली में भी खाते हैं। एक गिलाश में पीते हैं ,पंडित जी भी उस गिलाश में पीते हैं और ठाकुर साहब भी और अन्य समाज के लोग भी। सीमा पार से जो अभियान चल रहा है उसके मुताबिक पढ़े लिखे दलितों और मुस्लिमों के पास मत जाओ , अनपढ़ों के पास जाकर उन्हें भड़काओ। हरियाणा अब तक हर पल ट्विटर पर रॉकेट की रफ़्तार से ज्यादा रफ़्तार से नजर रखता है। एक मिनट में हम सैकड़ों यूजरों के ट्वीट का डेटा खंगाल लेते हैं। आज 2019 जाने वाला है। हम ठकठक खान जैसे भारतीयों और देश के दलितों से अपील करते हैं कि किसी के बहकावे में न आएं। देश को बचाने में अपना योगदान दें। सत्ता की लालची पार्टियों को भी आइना दिखाएँ। देश को डसने का प्रयास कर रहे इस नागिन के भड़कावे में न आएं ,ये आतंकी हाफिज सईद की चली है और इस मोटा माल मिला है। आतंकी लालकिले पर झंडा फहराना चाहते हैं। अगर आपको इस देश से प्यार है तो देश बचाएं।
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