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SPS: राम मंदिर के लिए थैंक्स, अब देश में राम राज्य भी लाओ मोदी जी वरना गहरे पानी में डूबेगी भाजपा की भैंस 

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हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

नई दिल्ली: केंद्र की भाजपा सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में महज 7 महीने में अपनी लिस्ट के तीन बड़े एजेंडे को लगभग पूरा कर लिया। तीन तलाक बिल, फिर जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटाना और अब राम मंदिर का रास्ता भी साफ़ हो गया। भाजपा का अगला एजेंडा क्या होगा अब इस पर चर्चाएं चलने लगी हैं। कुछ लोगों का  कहना है कि अब शायद मथुरा और काशी का मुद्दा उभरेगा। हालांकि भाजपा नेतृत्व की ओर से साफ संकेत है कि उसके लिए फिलहाल यह एजेंडा नहीं है। ध्यान रहे कि राम मंदिर को लेकर भी भाजपा संवैधानिक दायरे की बात करती रही है। मथुरा और काशी में फिलहाल तो कानून से ही रोक है।

कुछ लोगों का ये भी कहना है कि पाक अधिकृत कश्मीर भी भाजपा का अगला एजेंडा हो सकता है लेकिन अधिकतर लोगों का कहना है कि देश के लगभग 130 करोड़ लोगों में से लगभग 100 करोड़ लोग किसी न किसी समस्या से परेशान हैं और केंद्र की मोदी सरकार को अब जनता की समस्याएं दूर करने के लिए काम करना चाहिए। राम मंदिर लगभग तीन साल में बन जाएगा। अब देश में राम राज्य भी आना चाहिए। देश के हजारों चौराहों पर लोग रोटी की भीख मांगते दिखते हैं जबकि देश के लाखों छोटे बड़े होटलों और ढाबों पर लोग प्लेट में उतना भोजन छोड़ देते हैं जितने से किसी गरीब का पेट भर सकता है। देश के करोड़ों लोग 18 से 20 घंटे काम करते हैं फिर भी अपने परिवार को उस तरह की खुशियां नहीं दे पाते जैसे परिवार चाहता है। कोई अपने बच्चों को उचित शिक्षा नहीं दे पाता तो किसी के बच्चे अस्पतालों में इस लिए दम तोड़ देते हैं क्यू कि उनके पास अस्पताल का भारी भरकम बिल चुकाने के लिए पैसे नहीं होते। पीएम ने आयुष्मान भारत योजना लागू कर स्वास्थ्य के छेत्र में बड़ा सुधार लाने का ऐतिहासिक प्रयास किया है लेकिन देश के लगभग आधे गरीबों से ये योजना कोसों दूर है। गरीबों से ज्यादा अमीर इस योजना का फायदा उठा रहे हैं क्यू कि 2011 की जनगणना के लाभार्थियों को इस योजना का लाभ मिल रहा है। उस समय 70 फीसदी धनकुबेरों के बीपीएल कार्ड बने थे और यही वजह है कि जब ये योजना लागू हुई तो देश के कई बड़े मंत्री और खरबपतियों का नाम भी इस योजना के लाभार्थियों का आया था। 

मेरी केंद्र सरकार से यही मांग है कि अब आपका असली मुद्दा कुछ और नहीं राम मंदिर की तरह राम रामराज्य होना चाहिए। अगर भाजपा सरकार इस दिशा में काम करेगी तो कलयुग रहने तक देश पर भाजपा का राज्य होगा लेकिन इस दुनिया में संभव और असंभव नाम के दो शब्द हैं। भारत में राम राज्य अगर लाया जाएगा तो तीर अपनों पर भी चलाने पड़ेंगे क्यू कि हरियाणा अब तक को अपने सूत्रों द्वारा पता चला है कि पूरे देश में भाजपा के बड़े पदों पर बैठे 53. 96 फीसदी नेता भ्रष्ट हैं। यही वजह है कि कई राज्यों में भाजपा को निराशा हाथ लगी है। पीएम के गढ़ गुजरात में भाजपा को पसीना बहाना पड़ा तो राजस्थान, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ जैसे राज्य कांग्रेस ने भाजपा से छीन लिया, हरियाणा भी छीनने वाला था लेकिन चौटाला के पोते ने खट्टर को बचा लिया। महाराष्ट्र की बात करें तो आज रविवार 8 बजकर 10 मिनट पर हरियाणा अब तक को जानकारी मिल रही है कि महाराष्ट्र में जो हो रहा है उसे देख कई बड़े भाजपा नेताओं का ब्लड प्रेशर 140 से 214 पर पहुँच गया है। जानकारी मिल रही है कि महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार नहीं बनाएगी। कई  दिनों से बीजेपी और शिवसेना में सरकार को लेकर तनातनी चल रही है । शिवसेना ढाई-ढाई साल के सीएम पद पर अड़ी हुई है। 

हरियाणा अब तक को महाराष्ट्र से मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा  नेता चंद्रकांत पाटिल ने अभी कुछ देर पहले कहा है  कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है। हम सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं। शिव सेना चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है। जानकारी मिल रही है कि कई नेता कुछ देर पहले राज्यपाल से मिले हैं जिनमे  कार्यकारी मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे प्रमुख थे। 
केंद्र सरकार अच्छा काम काज कर रही है। ऊपर बताया हूँ कि मोदी ने जो कहा था या भाजपा ने जो कहा था वो एजेंडे पूरे हो चुके हैं लेकिन राज्यों में भाजपा की दुर्गति हो रही है आखिर क्यू? इसका जबाब यही है कि  53. 96 फीसदी नेता भ्रष्ट हैं और कई प्रदेशों के नेता इस सूची में शामिल हैं। यही वजह है कि अधिकतर राज्यों से अब मोदी लहर गायब हो चुकी है क्यू कि ये महाभ्रष्ट मोदी लहर पर बहुत भारी पड़ रहे हैं। केंद्र में पीएम के आस पास भी कई भ्रष्ट मौजूद हैं जो विभिन्न राज्यों में घोटालेबाजों को भाजपा की टिकट दिलवाते हैं। पीएम को इसकी जानकारी नहीं है। घोटालेबाज टिकट तो पा जाते हैं क्यू कि अपने कार्यकाल में वो अरबों के मालिक बन गए हैं इसलिए उसमे से कुछ माल देकर भाजपा की टिकट पा जाते हैं लेकिन चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं। जनता इन भ्रष्टो का चुनाव में माल भी खा जा रही है लेकिन इन्हे वोट नहीं दे रही है। 

कल अयोध्या पर फैसला आया और हो सकता है 2023 तक राम मंदिर बन जाये और अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा को इसका फायदा मिले लेकिन भाजपा से बड़े राज्य छिनते जा रहे हैं इसलिए टीम मोदी को अब बहुत कुछ सोंचना पड़ेगा। देश से भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना पड़ेगा और एक तरह से देश में राम राज्य की स्थापना ही अब भाजपा को बचा सकती है वरना अगली बार तो मोदी आ जायेंगे लेकिन आगे भाजपा का कोई पीएम बनेगा, मुमकिन नहीं है। 
राम राज्य की बात करें तो इस इतिहास के बारे में जहाँ तक हरियाणा अब तक को जानकारी है उसके मुताबिक 
हिन्दू संस्कृति में राम द्वारा किया गया आदर्श शासन राम राज्य' के नाम से जाना जाता है। राम के राज्य में जनता हर तरह से सुखी और समृद्ध थी। लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए सबकुछ दांव पर लगा दिया जाता था। जीने का अधिकार और सुरक्षा-न्याय का अधिकार सभी को मिला था। 
हरियाणा अब तक के पाठकों को बता दें कि हमने जो जानकारी हासिल की है उसके मुताबिक त्रेतायुग में मयार्दापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा आदर्श शासन स्थापित किया गया। 
गोस्वामी तुलसीदास ने स्वयं रामचरित मानस में कहा है -
दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज नहहिं काहुहि ब्यापा।।
- इस चौपाई के मुताबिक राम राज्य में शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और सांसारिक तीनों ही दु:ख नहीं थे।
- राम राज्य में रहने वाला हर नागरिक उत्तम चरित्र का था।
- सभी नागरिक आत्म अनुशासित थे, वह शास्त्रो व वेदों के नियमों का पालन करते थे। जिनसे वह निरोग, भय, शोक और रोग से मुक्त होते थे।
- सभी नागरिक दोष और विकारों से मुक्त थे यानि वह काम, क्रोध, मद से दूर थे।
- नागरिकों का एक-दूसरे के प्रति ईष्र्या या शत्रु भाव नहीं था। इसलिए सभी को एक-दूसरे से अपार प्रेम था।
- सभी नागरिक विद्वान, शिक्षित, कार्य कुशल, गुणी और बुद्धिमान थे।
- सभी धर्म और धार्मिक कर्मों में लीन और निस्वार्थ भाव से भरे थे।
- रामराज्य में सभी नागरिकों के परोपकारी होने से सभी मन और आत्मा के स्तर पर शांत ही नहीं बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी शांति और सुकून से रहते थे।
- रामराज्य में कोई भी गरीब नहीं था। रामराज्य में कोई मुद्रा भी नहीं थी। माना जाता है कि सभी जरूरत की चीजों का बिना कीमत के लेन-देन होता था। अपनी जरूरत के मुताबिक कोई भी वस्तु ले सकता था। इसलिए बंटोरने की प्रवृत्ति रामराज्य में नहीं थी।
- मान्यता यह भी है कि पर्वतों ने अपने सभी संपत्ति मणि आदि और सागर ने रत्न, मोती रामराज्य के लिए दे दिये। इसलिए वहां के नागरिक शौक-मौज के जीवन की लालसा नहीं रखते थे बल्कि कर्तव्य परायण और संतोषी थे।
हरियाणा अब तक के प्रिय पाठकों यहाँ हम आपको बता दें कि भाजपा नेता राम-राम तो करते हैं लेकिन अधिकतर नेता काम नहीं करते। माल बटोरने में जुटे हैं। देश बहुत बड़ा है। पीएम मोदी हर किसी पर ध्यान नहीं रख सकते जिसका फायदा भाजपा के 53. 96 भ्रष्ट नेता उठा रहे हैं। अपने 10 पीढ़ियों के लिए माल इकठ्ठा कर ले रहे हैं। यही कारण है कि कई राज्यों की जनता भाजपा को अब पसंद नहीं कर रही है ,हाँ मोदी अब भी देश की जनता की पहली पसंद हैं। कल राम मंदिर के फैसले के बाद देश के 83 फीसदी लोग मोदी-मोदी कर रहे हैं। अब मोदी का अगला टारगेट राम राज्य हुआ तो सब ठीक होगा वर्ना मोदी तो रहेंगे, भ्रष्ट भाजपा को कहीं का नहीं छोड़ेंगे। झारखण्ड में जल्द चुनाव हैं सट्टेबाज भाजपा को आज 10 नवम्बर की रात्रि लगभग 8 बजकर 40 मिनट पर 30 से 35 सीटें दे रहे हैं जबकि दिल्ली में भी चुनाव जल्द हैं और केजरीवाल को भी झारखण्ड जैसे भाव मिल रहा है।
 इसके बाद यूपी में चुनाव हैं और यहाँ फिर योगी सीएम बन सकते हैं क्यू कि मंदिर तो उत्तर प्रदेश में ही बन रहा है। इसके बाद जहाँ विधानसभा चुनाव होंगे वहां भी भाजपा कमजोर? लाओ राम राज्य वरना जिस नदी के किनारे खड़ी है आपके भैंस वो नदी बहुत गहरी है ,भैंस ने नदी में कदम रखा तो डूब सकती है। ये एक कड़वा सत्य है। जल्द में खबर लिखी गई है क्यू कि हमारे पास खबरों का भंडार होता है, कोई स्पेलिंग मिस्टेक हो तो हरियाणा अब तक अपने पाठकों से माफी चाहता है। 
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