चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस हाल में ही आईसीयू से बाहर आई थी और अब पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त दिख रही है। आज पूर्व सीएम हुड्डा और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने अपने-अपने पद संभाल लिए। चंडीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में सैलजा ने कार्यभार संभाला। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक दल के नेता का पद संभाला और कल से ये जोड़ी चुनाव प्रचार के लिए युद्ध स्तर पर मैदान में उतर सकती है। इसी बीच कांग्रेस को एक बड़ा झटका भी लगा है। हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रधान सुमित्रा चौहान ने आज कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। हरियाणा भाजपा प्रधान सुभाष बराला की उपस्थिति में सुमित्रा चौहान भाजपा में शामिल हुई। अभी दो दिन पहले उन्होंने हुड्डा और शैलजा को मिठाई खिला बधाई दी थी और ये ट्वीट किया था।
@HaryanaPMC अध्यक्ष @chouhan_sumitra जी ने नवनिर्मित @INCHaryana अध्यक्ष @kumari_selja जी को व विधायक दल के नेता व चुनाव समिति के चेयरमैन बनाये जाने पर @BhupinderSHooda जी को मिठाई खिलाकर बधाई दी । pic.twitter.com/iNIgfXstjS— Haryana Pradesh Mahila Congress (@HaryanaPMC) September 4, 2019
इससे पूर्व, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा को लिखे पत्र में सुमित्रा चौहान ने लिखा कि हरियाणा महिला कांग्रेस की कमान संभालने के बाद उन्होंने पार्टी के लिए खूब खूूूूूूूूून-पसीना बहाया। लेकिन, इस बीच पार्टी ऐसे मुद्दों पर भी भाजपा का विरोध कर रही थी, जो देश हित से जुड़े हैं। सुमित्रा चौहान के मुताबिक तीन तलाक का मुद्दा मुस्लिम महिलाओं के हित से जुड़ा था, लेकिन पार्टी इसका विरोध कर रही थी। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म करना भी देशहित में उठाया गया कदम था, लेकिन कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इसके विरोध में रहा। इससे आहत होकर वह पार्टी से इस्तीफा दे रही हैं।
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