नई दिल्ली: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक़ दिल्ली-एनसीआर सहित हरियाणा के कई जिलों में मानसून पहुँच चुका है और बारिश जारी है लेकिन मानसून का रौद्र रूप भी कई राज्यों में देखा जा रहा है। बिहार और असम का बुरा हाल है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित है। बिहार में कई नदियाँ उफान पर हैं और कई लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं ऐसे में लोग दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं। इस तस्वीर में देख सकते हैं कि पालतू पशुओं को लोगों ने घरों की छतों पर बाँध रखा है।
सूत्रों की मानें तो बिहार में अब तक लगभग ४० लोगों की मौत हो चुकी है। कई जगहों पर राहत और बचाव दल अब भी नहीं पहुँच सका है। खबर आ रही है कि कई जगहों पर खाने-पीने की चीजें ख़त्म हो चुकी हैं। लोग चूहे पकड़कर खा रहे हैं। और इस तरह से अपना पेट भर रहे हैं। लोग दिन पर राहत का इन्तजार करते हैं और जब सरकार इंतजाम उन तक नहीं पहुँच पाता तो खाली पेट सो जा रहे हैं।
पूर्व सीम राबड़ी देवी ने नितीश सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट किया है जिसमे लिखा है कि नीतीश जी, प्रवचन मत देना कि बुखार, लू, गर्मी और सुखाड़ की तरह बाढ़ में भी प्रकृति का दोष है। बचाव व राहत कार्य भी अगर प्रकृति ने ही करना है तो आप और आपके मंत्री क्या भजन-कीर्तन करने बैठे है? सरकार के निक्कमेपन के चलते बाढ़ पीड़ित चूहा खाने को मजबूर है। शर्म तो नहीं आ रही होगी?
नीतीश जी, प्रवचन मत देना कि बुखार, लू, गर्मी और सुखाड़ की तरह बाढ़ में भी प्रकृति का दोष है। बचाव व राहत कार्य भी अगर प्रकृति ने ही करना है तो आप और आपके मंत्री क्या भजन-कीर्तन करने बैठे है?सरकार के निक्कमेपन के चलते बाढ़ पीड़ित चूहा खाने को मजबूर है। शर्म तो नहीं आ रही होगी? pic.twitter.com/YZEb8tIXZh
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) July 16, 2019
Post A Comment:
0 comments: