चंडीगढ़ 12 जुलाई- पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भेंट की और इस क्षेत्र को नशे के प्रकोप से मुक्त करने के लिए उत्तरी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की अगली बैठक की मेजबानी करने की पेशकश की।
श्री मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में लगभग आधे घंटे तक चली। दोनों नेताओं ने युवाओं में व्याप्त नशे की समस्या को समाप्त करने और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए नशे के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने लम्बे समय से चली आ रही इस समस्या से निपटने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित करने हेतु पंजाब द्वारा 25 जुलाई, 2019 को यहां आयोजित होने वाली बैठक में शामिल होने की सहमति जताई।
श्री मनोहर लाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को बताया किया कि हालांकि नशे की समस्या हरियाणा में उतनी चिंताजनक नहीं है जितनी कि पंजाब में है, फिर भी वर्तमान राज्य सरकार ने इसकी रोकथाम और युवाओं को इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा में लगाने के लिए राज्य में 1000 योग और व्यायामशालाएं स्थापित की गई हैं। इसके अलावा, सभी क्षेत्रों के लोगों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला मुख्यालयों पर नियमित तौर पर ‘राहगिरी’ कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम न केवल लोगों को तनाव मुक्त बनाने का माध्यम हैं, बल्कि युवाओं और कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए भी एक उचित मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से ‘राहगिरी’ कार्यक्रम आयोजन करने वाले जिलों को पांच लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया जाता है।
यहां यह उल्लेखनीय होगा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर अगस्त, 2018 में ‘नशे का प्रकोप, चुनौतियां एवं रणनीतियां’ विषय पर छ: राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों का एक क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। बैठक में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उपस्थित थे, जबकि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। राजस्थान, दिल्ली और चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इसमें भाग लिया।
बैठक के दौरान राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने देश के उत्तरी क्षेत्र में नशे के प्रकोप से संयुक्त रूप से निपटने के लिए मिलकर कार्य करने पर सहमति जताई थी। इस बात पर भी सहमति हुई थी कि नशे के चलन, दर्ज मामलों और नामित, वांछित या गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के बारे में और अधिक कारगर कार्यवाही करने और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान की आवश्यकता है। इसके अलावा, पंचकूला में एक केंद्रीकृत सचिवालय स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया, जहां प्रत्येक राज्य के नोडल अधिकारियों को खुफिया जानकारी और सूचनाएं सांझा करने के लिए प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
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