चंडीगढ़: पिछले विधानसभा चुनावों में कहा जा रहा था कि प्रदेश में इस बार इनेलो की सरकार बनेगी लेकिन वर्तमान में इनेलो का जो हाल हो रहा है उसे देख कहा जा रहा है कि शायद ही इस बार इनेलो की बोहनी हो यानि एक सीट भी पानी मुश्किल है। अधिकतर इनेलो विधायक भाजपा में जा चुके हैं तो कुछ कांग्रेस में गए हैं और जो बचे हैं वो खट्टर के घर चक्कर लगा रहे हैं। अभय चौटाला ने हाल में दावा किया था कि जल्द ऐसा समय आने वाला है कि हर कोई इनेलो की तरफ भागेगा लेकिन विधानसभा चुनावों तक ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
सूत्रों की मानें तो मानसून सीजन तक इनेलो पूरी तरफ से टूट जाएगी। बड़े नेताओं में सिर्फ अभय चौटाला ने उनके परिवार के लोग ही रहेंगे।
जल्द एक और बड़ा धमाका होने वाला है जिसमे पूर्व सीएम ओर इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला के दाहिने हाथ माने जाने वाले डॉ. अशोक अरोड़ा और रामपाल माजरा के भाजपा में शामिल होने के संकेत हैं। इनेलो के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक अरोड़ा और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा पार्टी की जान समझे जाते हैं। सूत्रों की मानें तो दो दिन पहले अरोड़ा खट्टर से मिल चुके हैं और पिहोवा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
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