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भ्रष्ट तहसीलदार और VP स्पेस के मालिक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, कई भ्रष्ट पराशर की लिस्ट में

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फरीदाबाद: शहर के सेन्ट्रल थाने में हाल में दर्ज एक एफआईआर में शहर के तहसीलदार सहित नगर निगम के कुछ अधिकारियों पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है तो उसी मामले से सम्बंधित कुछ अधिकारियों और वीपी स्पेसेज के मालिकों पर सूरजकुंड थाने में एक और एफआईआर दर्ज हो सकती है। बार एसोशिएशन के पूर्व प्रधान एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर ने कोर्ट में एक और याचिका दायर की थी जिसमे आषीश मनचन्दा, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, वरूण मनचन्दा, पार्टनर, मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, दीपक विरमानी, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद , सुर्दषन मनचन्दा, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, श्रीमती साधना, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद, तहसीलदार बडखल तहसील, जिला फरीदाबाद, नगर निगम एन.आई.टी.फरीदाबाद संबंधित अधिकारी और व कई अन्य भी शामिल हैं। 

वकील पाराशर ने बताया कि जब मैंने कोर्ट में ये याचिका दायर की थी तब इसमें चार जून को थी, चार जून को न्यायिक दंड अधिकारी प्रथम श्रेणी मोहम्मद जकारिया खान के पास ये मामला भेजा गया और 6 जून को मोहम्मद जकारिया 4 जुलाई को इस मामले की सुनवाई की तारिख तय की है। वकील पाराशर ने कहा कि पहले से भी ज्यादा घोटालेबाजी की गई है। ये वही मामला है जिसमे बच्चा पैदा होने के पहले जन्मदिन प्रमाणपत्र बना दिया गया था यानि फ़्लैट बनने से पहले कंप्लीशन दी गई थी और फ़्लैट बनने के बाद खाली प्लाट दिखा उसकी रजिस्ट्री की गई थी। सरकार को करोड़ों का चूना लगाया गया था। 

उन्होंने कहा कि इन सभी घोटालेबाजों पर भी एफआईआर दर्ज होगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने हरियाणा सरकार को जमकर  चूना लगाया है और इनके असली जगह जेल में है और इन्हे वहीं जाना पड़ेगा। पराशर ने कहा कि जिन पर हाल में एफआईआर दर्ज हुई है उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाये चाहे वो वीपी स्पेस का मालिक हो या कोई तहसीलदार। उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में ये गैंग शामिल है। उन्होंने बताया कि दूसरे मामले में मैंने जो शिकायत दी थी वो इस प्रकार है। 
न्यायालय श्रीमान् इलाका मजिस्टेªट, फरीदाबाद । 
एल.एन.पराषर, एडवोकेट पूर्व प्रधान जिला बार एसोसिएषन, अध्यक्ष न्याय सुधार संघर्श समिति, चैम्बर नं0 382, लायर्स चैम्बर बिल्डिंग, सैक्टर-12, फरीदाबाद । 
---मुस्तगीस
बनाम
1-आषीश मनचन्दा, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद ।  
2-वरूण मनचन्दा, पार्टनर, मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद ।
3-दीपक विरमानी, पार्टनर मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद ।
4-सुर्दषन मनचन्दा, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद ।
5-श्रीमती साधना, खरीदार मैसर्स वी.पी.स्पेस, बी-460, सैनिक कालोनी, सैक्टर-49, फरीदाबाद ।
6-तहसीलदार बडखल तहसील, जिला फरीदाबाद । 
7-नगर निगम एन.आई.टी.फरीदाबाद संबंधित अधिकारी 
8-व अन्य मुल्जिमान 
------मुलजिमान/दोशीयान
इस्तगासा जेरे धारा 420/467/468/471/409/120बी,217,218, 219भा0द0सं0
थाना: सूरजकुण्ड फरीदाबाद।
श्रीमान जी,
मुस्तगीस निम्नलिखित निवेदन करता है कि:-
1- यह कि मुस्तगीस पेषे से वकील है और उपरोक्त पते पर बतौर वकील प्रैक्टिस करता है व न्यायिक सुधार संघर्श समिति का अध्यक्ष है व फरीदाबाद में हो रहे घोटाले व सरकारी विभागो में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाता आ रहा है व फरीदाबाद की जनता के लिए समाज कल्याण के कार्य निषुल्क जनता की भलाई के लिए करता चला आ रहा है । 
2- यह कि प्रार्थी काफी समय से फरीदाबाद में हो रहे भ्रश्टाचार व सरकारी विभागों में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है व बिल्ड़रों व सरकारी विभागो के गैरकानूनी कारनामो को उजागर भी किया है । 
3-यह कि मुस्तगीस को आर.टी.आई. के माध्यम से पता चला कि  प्लाॅट नं0 4825 जिसका रजिस्ट्रेषन नं0 3468 व प्लाॅट नं0 4829 जिसका रजिस्ट्रेषन नं0 3467 है जो कि इन्द्रप्रस्थ एक्सटेंषन आॅनरषिप नं0 12टी.पी.स्कीम नं03, पार्ट-1, सैक्टर-49, फरीदाबाद में स्थित है जिसकी रजिस्ट्री वी.पी.स्पेस के पार्टनरों द्वारा बनी हुई बिल्डिंग की रजिस्ट्री, स्टाम्प डियूटी चोरी, इंकम टैक्स चोरी व जी.एस.टी. की चोरी करने की नीयत से प्लाॅंट के रूप में दिखाकर धोखाधड़ी करते हुए मुल्जिमान नं0 1 ता 5 ने हममष्वरा होकर व मुल्जिमान नं0 6 के साथ साजबाज होकर रजिस्ट्री मुल्जिमान नं0 1 ता 3 ने मिलकर मुल्जिमान नं0 4 व 5 के हक में करवा ली । जो कि मुल्जिमान नं0 1 ता 3 के करीबी रिष्तेदार हैं ।  

4- यह कि आर.टी.आई. क्रमांक एम.सी.एफ./ए.ई.(5)/2018/469 दिनांक 05-12-2018 के जवाब में नगर निगम ने दिखा रखा है कि प्लाॅट नं0 4825 व 4829 नंबर की कम्पलीषन दिनांक 04-04-2018 व दिनांक 14-11-2017 में आ चुकी है (कम्पलीषन तीन मंजिला इमारत जो कि बनी हुई इमारत है आ रखी है।) और इसके बाद इन्हीं बनी हुई इमारतों की खाली प्लाॅंट के रूप में स्टाम्प डियूटी, स्टाम्प चोरी व जी.एस.टी. चोरी करके व इंकम टैक्स की भी चोरी करके इन्हीं के ऊपर बने हुए फ्लैटो की रजिस्ट्री पूर्व में लिए कम्पलीषन सर्टीफिकेट दिखाकर एक-एक करके करवा ली गई व एक प्लाॅट 4832 जिसका रजिस्ट्री नं0 3466 जिसकी दिनांक 18-07-2018 को प्लाॅट के रूप में रजिस्ट्री करवाई गई जिसका कम्पलीषन सर्टीफिकेट एम.सी.एफ./डी.टी.पी./2016/18 दिनांक 14-01-2016 को आ चुका था । जिसका मतलब यह है कि मौके पर सभी बिल्डिंगे पहले से ही तैयार थी और धोखाधड़ी करते हुए 18-07-2018 को बिल्डिंग छुपाते हुए खाली प्लाॅटों की रजिस्ट्री करवा ली गई जिससे सरकार को करोड़ो रूपये की इंकम टैक्स चोरी व स्टाम्प डियूटी चोरी व जी.एस.टी.चोरी करते हुए आगे चलकर फ्लैटो की रजिस्ट्री करवा ली गई । प्लाॅंट की रजिस्ट्री दिनांक 18-07-2018 को हुई व कम्पलीषन सर्टीफिकेट दिनांक 14-01-2016 की तारीख का पेष कर दिया गया व फ्लैट की रजिस्ट्री दिनांक 28-02-2019 को करवा ली गई । 
5- यह कि मुल्जिमान नं0 4 व 5 ने मुल्जिमान नं0 7 से बनी हुई बिल्डिंग का कमपलीषन सर्टीफिकेट गैरकानूनी तरीके से लेकर, खाली प्लाॅंट खरीदने से पहले की तारीख का दिखाकर बने हुए फ्लैटो की रजिस्ट्री करवा दी जो कि आर.टी.आई. की रिपोर्ट में स्पश्ट वर्णित किया हुआ है ।   

6- यह कि उपरोक्त मल्जिमानो ने आपसे साजबाज होकर व सोची समझी रणनिति के तहत कमपलीषन सर्टीफिकेट छुपाकर खाली प्लाॅटो की रजिस्ट्री करवा ली व बाद में उन्हीं छुपाये गये कमपलीषन सर्टीफिकेट को दिखाकर फ्लैटो की रजिस्ट्री सरकारी विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से साजबाज होकर व सरकारी विभाग में अपने पद का दुरूपयोग करके व फर्जी कागजात तैयार करके रजिस्ट्री करवा ली व स्टाम्प पेपर एवं जी.एस.टी. एवं इंकम टैक्स की चोरी करके, सरकारी राजस्व को नुकसान पहुॅचाया है । 
7- यह कि मुस्तगीस ने इस बाबत दरखास्त पुलिस आयुक्त महोदय, फरीदाबाद एवं अन्य आला अधिकारियों को भी दी थी । यह कि मुल्जिमानों के आला अधिकारियों व राजनेताओ से भी संबंध हैं जिसका फायदा उठाकर वह सरकारी विभागो के अधिकारियों पर नाजायज दबाव बनाकर अपने अनुसार कार्य करवा रहे हैं । 
8- यह कि दरखास्त की कापी जो मुस्तगीस ने आला अधिकरियों को दी थी, दरखास्त की कापी व आर.टी.आई. की नकल इस्तगासा के साथ लफ हजा है । दरखास्त पर कार्यवाही ना होने पर इस्तगासा पेष अदालत है ।
       अतः श्रीमान जी से प्रार्थना है कि मुल्जिमान के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जावे व मुल्जिमान के खिलाफ जेर धारा 420/467/468/471/409/120बी, 217,218,219 भा0द0सं0 में मुकदमा दर्ज किया जाये । जनाब की अति कृपा होगी । 


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