फरीदाबाद: कहावत है कि जंग और प्यार में सब कुछ जायज है और वर्तमान में लोकसभा चुनावों के लिए जंग चल रही है इसके पहले टिकट की जंग चल रही थी। टिकट की दौड़ में दो तीन लोग प्रमुख थे जिनमे उद्योगमंत्री विपुल गोयल का नाम भी था लेकिन हरियाणा अब तक ने अपने सोशल अनुभव से अपने पाठकों पहले ही बता दिया था कि टिकट केपी गुर्जर को ही मिलेगी, इस दौरान बदनामी गैंग का भी जन्म हुआ लेकिन बदनामी गैंग सफल नहीं हो सका। अपने सरपंच पर एफआईआर दर्ज करवा बैठा। बदनामी गैंग के आकाओं के बारे में हमें तमाम जानकारियां मिलीं हैं लेकिन फोन रिकार्ड में आवाज बदली भी जा सकती है इसलिए आधे सबूत से हम किसी पर कीचड़ नहीं उछाल सकते।
आज केपी गुर्जर ने नामांकन भरा और पांच विधायक उनके साथ दिखे जिनमे फरीदाबाद के विधायक विपुल गोयल, पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा, बड़खल की विधायिका सीमा त्रिखा, एनआईटी के विधायक नगेन्द्र भड़ाना और बल्लबगढ़ के विधायक मूल चंद शर्मा शामिल थे। फरीदाबाद के विधायक विपुल गोयल हरियाणा के उद्योगमंत्री हैं ,उनके उपस्थिति देख भाजपा के तमाम कार्यकर्ता बहुत खुश दिखे। विपुल गोयल कृष्णपाल गुर्जर के सबसे खास दोस्त है और अगर ये दोनों दोस्त दिल से मिल जाएँ तो कोई देश में नाम करेगा तो कोई हरियाणा की राजनीती में और आगे बढ़ेगा। इन दोनों नेताओं के लिए अच्छा है कि ये पहले जैसे लंगोटिया यार बन जाएँ वरना दोनों का नुक्सान संभव है।
उद्योगमंत्री विपुल गोयल शायद एक दल बदलू के संपर्क में आ गए थे और उस दल बदलू को इन्होने कई बार अपने मंच पर जगह दी और अपने दोस्त के खिलाफ उससे जहर उगलवाया लेकिन आज उस दल बदलू का क्या हाल हो गया है। दल बदलू होने के कारण कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उस नेता का चेहरा तक नहीं देखना चाहते और फरीदाबाद से ललित नागर को कांग्रेस की टिकट मिल गई और हरियाणा अब तक के खास सूत्र बता रहे हैं कि वो अब भी कांग्रेस की टिकट लाने का प्रयास कर रहा है बदले में अरावली के एक दो पहाड़ गायब करना पड़े तो कर देगा। फरीदाबाद के भाजपा नेताओं को सोंचना चाहिए कि दल बदलुओं को यहाँ के लोग भाव नहीं देते। आगे फिर कभी
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