रोहतक । जैसा कि आप जानते है कि 23 जनवरी को नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर जयहिन्द सेना का पुनर्गठन किया गया था। जिसका मूल मकसद जनता की समस्याएं व जनता की आवाज उठाना है ओर यह पूरी तरह से एक गैर राजनीतिक संगठन है। जयहिन्द ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि जयहिन्द सेना का पूरे हरियाणा में संगठन तैयार किया जाएगा और इसके लिए पूरे हरियाणा से 300 इंक़लाबी कमांडर (लीडर) तैयार किए जाएंगे। क्योंकि जब 1857 कि क्रांति हुई थी उस समय भी पहले 300 लोगो का संगठन अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए बनाया गया था, तो अब यहां ये काले अंगेजो के खिलाफ जयहिन्द सेना के 300 इंक़लाबी का गठन किया जाएगा। जो अपने-अपने क्षेत्र में आम जन की समस्याओं को उठा सके। साथ ही जयहिन्द ने बताया कि 26 फरवरी चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस को सभी साथी गांव पहरावर(रोहतक) इकठ्ठे होंगे ओर चंद्रशेखर आजाद जी का बलिदान दिवस मनाया जाएगा।
जयहिन्द ने एक नंबर(7027-822-822) जारी करते हुए बताया कि अगर जिन साथियों को लगता है कि समाज व देश के लिए कुछ किया जा सकता है या देश व समाज के लिए कुछ कर दिखाने की इच्छा रखता है तो वह दिए गए नंबर पर फोन करके अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है, या कोई भी व्यक्ति अपनी, सामाजिक या सामूहिक समस्या की वीडियो इस नंबर पर व्हाट्सएप्प के जरिये भेज सकता है।
साथ ही जयहिन्द ने कहा कि यह पूरे हरियाणा के अंदर एक अकेला ऐसा संगठन होगा जो पूरे हरियाणा में आम जन की समस्यायों के समाधान के लिए लड़ेगा। इसमे चाहे पहले लड़ी गयी लड़ाईयां जैसे बेरोजगारो के लिए लड़ाई, चाहे खेल कोटे की लड़ाई , चाहे बुढापा पेंशन, बीपीएल, फैमिली आईडी की बात है।
जयहिन्द ने कहा कि सरकार का काम होता है जनता के हितों में कार्य करना और विपक्ष का काम होता है जनता की समस्यायों की आवाज उठाना। लेकिन न तो सरकार जनता के हित के कार्य करवा रही है और न ही मुर्दा विपक्ष कुछ बोल रहा है। तो सरकार के कानों का मैल निकलने के लिए जयहिन्द सेना का गठन किया गया है ताकि सरकार के कानो तक जनता की समस्याएं पहुंच सके।
26 फरवरी को चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस मनाएंगे पहरावर
जयहिन्द ने बताया कि 26 फरवरी चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस को सभी साथी गांव पहरावर(रोहतक) इकठ्ठे होंगे ओर चंद्रशेखर आजाद जी का बलिदान दिवस मनाया जाएगा। जयहिन्द ने कहा कि हम नेता जी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल तैयार करदेंगे मगर उनके कुछ अंश जरूर तैयार करेंगे। और लोगो के अंदर समाज के लिए काम करने का जुनून व जज्बा डालने का काम जयहिन्द सेना करेगी।
जयहिन्द ने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि जिस तरह से लोगो का शोषण किया जा रहा है तो हम सीधा सरकार के साथ लड़ते है तो आप इस लड़ाई को राजनीतिक या सामाजिक मान सकते है। जैसा कि आपने पानीपत में हेड कांस्टेबल आशीष उर्फ सिंघम को उठाकर जेल में डाल दिया गया जबकि उस मामले को विभाग के द्वारा ही सुलझाया जा सकता था। इसका मतलब यह निकलता है कि सुप्रीम कोर्ट को भी यह सरकार कुछ नही मानती, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ा कर केस व गिरफ्तारियां कर रही है सरकार। जबकि सुप्रीम कोर्ट के आरनेश कुमार का जजमेंट है जिसमे साफ साफ लिखा है की सेक्शन 41A के तहत सात साल से कम सजा वाले मामलो में पुलिस किसी को गिरफ्तार करती है तो उसका नोटिस पन्द्रह दिन पहले देना होगा, बिना नोटिस के पुलिस किसी को भी गिरफ्तार नही कर सकती। ओर अगर पुलिस फिर भी गिरफ्तार करती है तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ज्यूडिशियल अधिकारी पर कंटेम्प्ट लगेगा व जमानत का भी अधिकार मिलेगा। लेकिन यहां सिंघम के मामले में तो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की भी उलंघना हो रहा है।
नोट : नवीन जयहिन्द वर्तमान में किसी भी राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक नहीं रखते है इसलिए उनके नाम के सम्बोधन में किसी पार्टी विशेष का जिक्र या भूतकाल में जिस पार्टी या पद का हिस्सा जयहिन्द थे उस पद का जिक्र भविष्य में ना किया जाये। लेखनी में भी इसका विशेष ध्यान दिया जाये।
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