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कांग्रेसी नेताओं को पीटते, घसीटते देख दिल्ली पुलिस और भाजपा सरकार पर बरसे विद्रोही

Delhi-Police-Congress
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16 जून 2022- मोदी-भाजपा संघी सरकार द्वारा सत्ता व जांच एजेंसियों के दुरूपयोग से श्रीमती सोनिया गांधी-राहुल गांधी सहित देश के तमाम विपक्षी नेताओं को अनावश्यक रूप से परेशान करने पर विगत तीन दिनों से कांग्रेस के चल रहे सत्याग्रह पर जिस तरह मोदी-शाह के इशारे पर दिल्ली पुलिस कांग्रेस सांसदों, विधायकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं पर बर्बर आमनवीय व्यवहार कर रही है, उसकी स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कठोर आलोचना करते हुए इसे भारत में लोकतंत्र की हत्या व संघी फासीजम लादने का कुप्रयास बताया। विद्रोही ने कहा कि मोदी-शाह के इशारे पर बुधवार को दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड़ में पूरे मीडिया के सामने घुसकर जिस तरह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीटा, घसीटा वह भारत के 75 साल के प्रजातांत्रिक इतिहास में आश्चर्यजनक था। आज तक दिल्ली पुलिस ने कभी भी किसी भी राष्ट्रीय पार्टी के मुख्यालय में घुसकर पुलिस बल का प्रयोग करने का दुस्साहस नही किया था। लेकिन मोदी-शाह ने कांग्रेस कार्यालय में पुलिस को घुसाकर यह कारनामा भी कर दिया। कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड़ दिल्ली में पुलिस का घुसना लोकतंत्र के मंदिर को तहस-नहस करना है। हर पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी मुख्यालय लोकतंत्र में मंदिर के समान होता है और किसी भी सरकार के समय पार्टी राष्ट्रीय कार्यालय में घुसकर पुलिस ने किसी ऐसी अभद्रता व आमानवीयता नही की जो मोदी राज में बुधवार हो हुई है। 

विद्रोही ने कहा कि दिल्ली पुलिस लाठी व डंडो के बल पर कांग्रेस सांसदों, विधायकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय में जाने से रोक रही है जो ना केवल अलोकतांत्रिक है अपितु संविधान, कानून का भी खुला उल्लघंन है। दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के विगत तीन दिनों के सत्याग्रह में जिस तरह सांसदों, विधायकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली की सड़कों पर अमानवीय दुर्रव्यवहार किया, पीटा, घसीटा और घंटों देर रात तक विभिन्न पुलिस थानों में अवैध रूप से हिरासत में रखा, वह अलोकतांत्रिक कार्रवाई है। इतना ही नही दिल्ली पुलिस ने महिला सांसदों, विधायकों व महिला कार्यकर्ताओं के साथ जिस तहर ऑन कैमरा दुर्रव्यवहार किया, पुलिस कर्मियों ने उन्हे घसीटा, कपड़े तक फाड़े, वह अभूतपूर्व व आश्चर्यजनक था। विद्रोही ने कहा कि बदले की आग में धधकते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने सत्ता दुरूपयोग की सभी हदे पार कर दी है, जिन्हे किसी भी हालत में बर्दाश्त नही किया जा सकता। दिल्ली बार्डर पर जिस तरह हरियाणा में कांग्रेस विधायकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं को दिल्ली में घुसने से रोका जा रहा है, अवैध हिरासत में लेकर दुर्रव्यवहार किया जा रहा है, वह अस्वीकार्य है। दिल्ली में कांग्रेस सांसदों को घरों में नजरबंद करके बाहर निकलने से रोका जा रहा है। हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा के सरकारी आवास को दिल्ली पुलिस ने ऐसे घेरा कि मानो वे आतंकवादी हो। 

विद्रोही ने देश के आम नागरिकों व सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं व मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि वे इन घटनाओं पर गंभीरता से विचारे कि आज पुलिस कांग्रेस मुख्यालय में घुसी है व कांग्रेसी सांसदों, विधायकों, नेताओं, महिला नेत्रीयों, कार्यकर्ताओ के साथ दुर्रव्यवहार कर रही है, वह तो मोदी-शाह-संघ के फासीजम की झांकी है, आगे अभी पिक्चर बाकी है। आज कांग्रेसियों का नम्बर आया है, कल तुम्हारा भी नम्बर आयेगा। यदि सभी ने मिलकर मोदी-भाजपा-संघ की इस फासीस्ट प्रवृत्ति का कडा विरोध नही किया तो भारत में लोकतंत्र कागजों में हर जायेगा व संविधान सजावटी वस्तु बन जायेगा और लोकतंत्र के नाम पर देश में संघी फासीजम लाद दिया जायेगा।

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