गुलशन खट्टर अत्यंत ही सरल व्यक्ति थे। उन्होंने हमेशा सादा जीवन व्यतीत किया। श्री गुलशन खट्टर के दो पुत्र और एक पुत्री हैं और सभी शादीशुदा हैं। रोहतक के बनियानी गांव में स्थित अपनी कृषि भूमि पर वे स्वयं ही किसानी करते थे।
उनके निधन पर उप मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, उपाध्यक्ष श्री रणबीर गंगवा, समस्त मंत्रिमंडल एवं विधायकों ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत पुण्य आत्मा को सदगति प्रदान करें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का लोगों से निवेदन
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां जारी एक सन्देश में कहा है कि मुझे यह सूचित करते हुए बड़े दु:ख की अनुभूति हो रही है कि मेरे अनुज गुलशन खट्टर का आज गुरुग्राम में देहावसान हो गया है।
उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि मैं उनकी अंत्येष्टि में रोहतक में शामिल होने के बाद 14 अगस्त को चंडीगढ़ में और 15 अगस्त को फरीदाबाद में ध्वजारोहण के पश्चात दिल्ली में रहूंगा।
उन्होंने कहा कि सभी से सादर प्रार्थना है कि एक स्थान पर ज्यादा संख्या में एकत्रित न हों एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।
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