उनका कहना है कि जब इंसान तंग हो जाता है और सारे विकल्प बंद हो जाते हैं तो इंसान लड़ाई पर उतर आता है। हमारे पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचे हैं इसलिए 26 जनवरी को आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। चढूनी का कहना है कि बीस साल में लाखों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि 7 लाख करोड़ के कर्जे के लिए हमारे चार लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश के राजनेता हमारा खून चूस रहे हैं और इनका वही हाल करें जो एक दिन पहले खट्टर का किया था। किसी को गांवों में न घुसने दें।
उन्होंने कहा कि जब आंदोलन शुरू किया तो 45 डिग्री तापमान था और अब दो डिग्री है तब भी हम बैठे हैं। सरकार हमारे सब्र का इम्तहान न लें। देश इनके बाप का नहीं है जो हर चीज को बेंच दे रहे हैं। ये पांच साल में देश बेंच देंगे। उन्होंने कहा कि ये 700 सभाएं कर किसानों को समझाने की बात कर रहे हैं जबकि किसान सड़कों पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। 26 तारीख को इनकी जड़ें उखाड़ देंगे। चढूनी ने और क्या कहा उनके फेसबुक पेज पर लाइव वीडियो देखें https://www.facebook.com/gurnamsinghcharunibku/posts/1865257333643379
Post A Comment:
0 comments: