फरीदाबाद: पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह की टीम के दो युवा इंस्पेक्टर कई महीने से फरीदाबाद के बदमाशों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। दोनों युवा इंस्पेक्टरों की जोड़ी ने शहर के कई इनामी मोस्टवांटेड बदमाशों को दबोचा है। अब जानकारी मिल रही है कि क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 के प्रभारी इंस्पेक्टर विमय राय और क्राइम ब्रांच सेक्टर 17 के प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप मोर ने मिलकर हाल में मनोज भाटी की ह्त्या करने वाले दो शूटरों को उत्तर प्रदेश जाकर दबोच लिया है। ये बदमाश मीरपुर जिला मुजफ्फरनगर के एक गांव से दबोचे गए हैं।
क्राइम क्राइंच सेक्टर 30 के प्रभारी इंस्पेक्टर विमल राय ने अपनी टीम की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि ये दोनों बदमाश एक छत पर बैठकर दारू पी रहे थे। हमारे टीम के पहुँचते ही ये भागने लगे। टीम ने इन्हे काफी मशक्कत के बाद काबू किया। टीम के कुछ जवानों को चोटें लगीं हैं। किसी का जैकेट फट गया तो किसी के हाथ-पांव में चोट लगी है। उन्होंने बताया कि इन बदमाशों को दबोचे के लिए हमने स्थानीय एसटीएफ का साथ लिया था लेकिन वो तमाशा देखते रहे। वो खुद अपना बचाव करते रहे। वो खुद गांवों में छुप रहे थे। हमारी टीम का हौसला बुलंद था और हमारे साथ क्राइम ब्रांच सेक्टर 17 के प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप मोर भी थे। उनका भी अहम् योगदान रहा।
इन शूटरों के नाम अजय फौजी और बिट्टू है। ये दोनों मनोज भाटी हत्याकांड में मुख्य शूटर बताये जा रहे हैं। इनका संबंध यूपी के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी से बताया गया है। इस हत्याकांड से जुड़े चार आरोपी पहले ही अनंगपुर के पास खूनी झील के गुप्त ठिकाने से इंस्पेक्टर विमल राय और उनकी टीम द्वारा दबोचे जा चुके हैं। आपको बता दें कि इन्ही दो इंस्पेक्टरों की जोड़ी ने कांग्रेसी नेता विकास चौधरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी कौशल का दुबई में जाकर रात दिन एक करके पता लगाया था और लगभग 25 दिनों तक दुबई की ख़ाक छाना था। इसी जोड़ी में फरीदाबाद के फ्रैक्चर गैंग का खात्मा किया और सबको दबोचकर जेल भेज दिया।
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