नई दिल्ली- किसान आंदोलन का 21वा दिन काफी दर्दनाक रहा है और सिंधु बार्डर पर करनाल के गुरूद्वारे के संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मार अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बाबा राम सिंह ने गाड़ी में बैठकर खुद पिस्टल चला आत्महत्या कर ली और मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में लिखा है कि
किसानों का दुख देखा है अपने हक के लिए
सड़कों पर उन्हें देखकर मुझे दुख हुआ है
सरकार इन्हें न्याय नहीं दे रही है
जो कि जुल्म है
जो जुल्म करता है वह पापी है
जुल्म सहना भी पाप है
किसी ने किसानों के हक के लिए तो किसी ने जुल्म के खिलाफ कुछ किया है
किसी ने पुरस्कार वापस करके अपना गुस्सा जताया है
किसानों के हक के लिए, सरकारी जुल्म के गुस्से के बीच सेवादार आत्मदाह करता है
यह जुल्म के खिलाफ आवाज है
यह किसानों के हक के लिए आवाज है
वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरुजी की फतेह
संत राम सिंह जी सिंगड़े वाले ने किसानों की व्यथा को देखते हुए आत्महत्या कर ली। इस आंदोलन ने पूरे देश की आत्मा झकझोर कर रख दी है। मेरी वाहेगुरु से अरदास है कि उनकी आत्मा को शांति मिलेआप सभी से संयम बनाकर रखने की विनती 🙏🏻 https://t.co/nqjtynjOIZ pic.twitter.com/vqqJbD4gXF— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) December 16, 2020
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