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बिहार में अचानक बढ़ा तेजस्वी यादव का ग्राफ, सट्टा बाजार हैरान, सत्ताधारी भी परेशान 

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नई दिल्ली- बिहार विधानसभा चुनाव में इस समय राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कई पार्टियों की नींद उड़ा दी है। देश के तमाम राजनीतिक सट्टेबाज फिलहाल बिहार में डेरा जमाये हुए हैं जिनका सीधा कहना है कि तेजस्वी यादव का ग्राफ अचानक तेजी से बढ़ा है और फिलहाल वो कुछ नहीं कह सकते हैं। सट्टेबाजों के मुताबिक़ तेजस्वी तमाम पार्टियों के नेताओं से ज्यादा पकड़ बना ली है। सट्टेबाजों का ये भी कहना है कि 5 से 7 दिन के अंदर कुछ पता चल पायेगा। फिलहाल जनता के मूड का पता नहीं चल पा रहा है। वही लोग हर पार्टियों की रैली में पहुँच रहे हैं जो तेजस्वी की रैली में पहुँच रहे हैं। सट्टेबाजों का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी ने शुरुआत में तेजस्वी को कमजोर समझ एक भूल कर दी है जिस कारण नीतीश की नींद हराम हो गई है। अब नीतीश उस भूल को सुधारने में लगे हैं और क्या पैंतरा आजमाते हैं ये लगभग पांच दिनों बाद पता चलेगा। 

यहाँ भाजपा की बात करें तो भाजपा को बहुत कुछ शायद ही मिले क्यू कि भाजपा के अधिकतर नेता घमंडी हो चुके हैं। बिना हींग फिटकिरी के उनका रंग चोखा हो चुका है। मोदी-मोदी का जाप कर कई विधायक, सांसद मंत्री बन चुके हैं। उन्हें लगता है कि मोदी-मोदी फिर बोल देंगे और जनता कमल के फूल पर मुहर ठोंक देगी। ऐसे नेताओं को ये नहीं पता कि हवाएं एक तरफ हनेशा नहीं चलतीं हैं। पलट भी सकती हैं। देश में मोदी का जादू धीरे-धीरे कम हो रहा है। जनता को मंदिर ही नहीं दो वक्त की रोटी भी चाहिए। कई भाजपा नेता राम-राम जपना, पराया माल अपना कर रहे हैं ये ज्यादा समय तक नहीं चलेगा। भाजपा और जेडीयू को अब मोदी की रैली का इन्तजार है और साथ में सट्टेबाज भी मोदी रैली का इन्तजार कर रहे हैं। 

उधर तेजस्वी यादव की बात करें तो वो लगातार बेरोजगारी और गरीबों के मुद्दे को उछाल रहे हैं और युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं। तेजस्वी का कहना है कि नी​तीश कुमार जी मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुके हैं। नीतीश कुमार 15 साल शासन करने के बाद कह रहे हैं कि नौकरी देने का पैसा कहां से आएगा? उनको बताना चाहिए कि जो 60 घोटाले इन लोगों ने किए हैं वो लगभग 30,000 करोड़ बिहार के बजट का पैसा है, वो कहां गया। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को चैलेन्ज देते हुए कहा है कि आदरणीय नीतीश जी अपनी किसी एक उपलब्धि पर हमसे खुली बहस करे। लोकतंत्र की जननी बिहार से Chief Ministerial डिबेट की परंपरा शुरू होनी चाहिए। जनता को डिबेट सुन ऐसा CM चुनना चाहिए जो ऊर्जावान, वैज्ञानिक व तार्किक सोच, नई नीति और नई दिशा के साथ नया बिहार बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हो।

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी के कार्यकाल में 30000 करोड़ के 60 घोटाले हुए है।500 करोड़ चेहरा चमकाने के लिए विज्ञापन पर खर्च करते है।24500 करोड़ जल जीवन हरियाली के नाम पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बाँटते है।शराबबंदी के नाम पर अवैध इकॉनमी चलाते है।मानव शृंखला पर हज़ारों करोड़ लुटाते है।वो यह नहीं समझेंगे। 

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