नई दिल्ली- एक समय था जब देश में जिस जगह आसमान पर गिद्ध ज्यादा दिखते थे लोग अंदाजा लगा लेते थे कि किसी पशु की जान गई है। अब गिद्ध तो बहुत कम दिखते हैं अब लोग नेताओं को गिद्ध बताने लगे हैं और कहते हैं कि जहां ज्यादा नेताओं की गाड़ी आये जाए समझ लो वहां किसी इंसान की जान गई है और नेताओं के मन मुताबिक़ वो जान गई है। नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसी ही जान जाने का मौका ढूंढ रहे थे।
बात फिर करते हैं हाथरस की जहाँ ऐसे भी नेता राजनीति चमकाने पहुँच जा रहे हैं जिन्हे कोरोना हो गया है। कल आम आदमी पार्टी के विधायक कोरोना रहते हुए भी हाथरस पहुँच गए जिन पर कार्रवाई की मांग की जा रही है ,आज आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह भी पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुँच गए जिन पर स्याही फेंक दी गई।
स्याही काण्ड के बाद संजय सिंह उत्तर प्रदेश के सीएम पर भड़क गए और कहा कि यहां पर किसी भी आदमी को आने नहीं दे रहे हैं। सब को डंडों से मार रहे हैं। योगी जी क्या कहना चाहते हैं, वह अपने आप को चौकीदार कहते थे। आप नेता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की सरकार दरिंदों को बचाने में जुटी हुई है। संजय सिंह ने कहा कि 22 सितंबर की रिपोर्ट देखिए जिसमें साफ कहा जा रहा है कि बेटी का रेप हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि गुड़िया का बयान माना जाना चाहिए क्योंकि अपनी जान गंवाने से पहले उसने दरिंदों का नाम बताया, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
संजय सिंह पर स्याही फेंकने की खबर पर लोगों की प्रतिक्रियाएं जा रहीं हैं जिनमे लोग स्याही काण्ड के निंदा कर रहे हैं और लिख रहे है इसके ऊपर स्याही नहीं इसके मुँह पर थूकना चाहिए था। देश के लोग पढ़े लिखे है आधुनिक गिद्धों को पहचान लेते हैं शायद, संजय सिंह से लोग इतना खफा हैं जिसे देख लगता है कि ये भले ही राज्य सभा सांसद हैं लेकिन चुनाव लड़ें तो किसी वार्ड का पार्षद भी नहीं बन पाएंगे। कहा जाता है कि सुल्तानपुर में ये फिल्म की टिकट ब्लैक करते थे। अन्ना हजारे के आंदोलन के कारण आप का उदय हुआ और ये भी राज्य सभा सांसद बन गए।
Post A Comment:
0 comments: