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CIA-3 पानीपत इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर टीम को बड़ी सफलता, 4 बदमाश गिरफ्तार, मैनेजर अपहरण केस सुलझाया 

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चंडीगढ़-आईओसीएल पानीपत रिफाइनरी के पीपीएमसी प्रोजेक्ट में कार्यरत एमईएल कम्पनी में साइट मैनेजर श्रीकांत का हथियारों के बल पर अपहरण करने उपरांत मारपीट करते हुए कम्पनी के लोडिंग के काम में एक रुपया प्रति टन कमीशन मांगने के मामले में सीआईए-थ्री टीम को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इस मामले में चार अन्य बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश करने का दावा किया है। गिरफ्तार किए गए चारों बदमाशों में से बदमाश प्रवीण काजल से वारदात में प्रयोग की गई राइफल 315 बोर, बंदूक 12 बोर तथा पिस्तौल 32 बोर बरामद हुई है।  

सीआईए-थ्री के प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि पानीपत रिफाइनरी में पीपीएमसी प्रोजेक्ट के तहत एमईएल कम्पनी को कार्य करने का ठेका मिला था। इस कम्पनी के साइट मैनेजर श्रीकांत का गत 4 फरवरी को कुछ गैंगस्टरों ने हथियारों के बल पर अपहरण कर लिया था तथा उन्हें बंधक बनाते हुए मारपीट करते हुए कमीशन सैट की गई थी। जिसके संबंध में थाना मडलौडा में एक केस दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षिका मनीषा चौधरी के संज्ञान में मामला आने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने बदमाशों को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी सीआईए-थ्री की टीम को सौंप दी थी। जिस पर डीएसपी राजेश फौगाट के नेतृत्व में काम करते हुए सीआईए-थ्री की टीम ने मामले की गहनता से छानबीन करते हुए बदमाशों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे। इसी दौरान पता चला कि अपहरण के इस खेल में शामिल दो बदमाश अरुण कालीरमन पुत्र आजाद सिंह निवासी गांव पाढ़ा थाना असंध जिला करनाल तथा अंकित पुत्र दलबीर निवासी गांव चटिया थाना मोहाना जिला सोनीपत एक अन्य केस में इस समय जेल में बंद हैं। जिस पर पुलिस ने उन्हें 4 सितम्बर को अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया। जिनसे सख्ती से पूछताछ करने पर अन्य साथियों के नामों का खुलासा हुआ। जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन करते हुए बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। इसी दौरान सोमवार देर शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि दो वांछित बदमाश पानीपत में सनौली रोड पर देखे गए हैं। जिस पर सीआईए की टीमों ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों बदमाशों को सनौली रोड शिव चौंक से अरैस्ट कर लिया। पूछताछ में बदमाशों की पहचान जोगिन्द्र उर्फ भोलू पुत्र जसबीर सिंह निवासी गांव कुंडल थाना खरखौदा जिला सोनीपत तथा प्रवीण काजल पुत्र जसवन्त सिंह निवासी गांव रायपुर जाटान थाना घरौंडा जिला करनाल के तौर पर दी है। बदमाशों को अदालत से रिमांड पर लेकर सख्ती से पूछताछ की जा रही है।

सुपरवाइजर की नौकरी करता था बदमाश अरुण
सीआईए-थ्री के प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार बदमाश अरुण कालीरमन पहले पीपीएमसी प्रोजेक्ट (जिसमें प्लास्टिक दाना लोढ़ किया जाता है)  में टीवीएस कम्पनी के पास बतौर सुपरवाइजर 2013 से नौकरी कर रहा था। लेकिन पिछले साल 2019 में यह टैंकर एमईएल कम्पनी ने अपने नाम छुड़वा लिया जिसमें श्रीकांत साइट इंचार्ज है। अरुण को कहीं से भनक लगी कि एमईएल कम्पनी सुरेन्द्र काला को 50 पैसे प्रति टन के हिसाब से कमीशन देती है। जिस पर उसने अपने रिश्तेदार अंकित के साथ सलाह-मशवरा करके एमईएल कम्पनी के साइट मैनेजर का अपहण करके कम्पनी से एक रुपए प्रति टन कमीशन सैट करने की योजना बनाई।

काम धंधा न होने से परेशान था अंकित
सीआईए-थ्री प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश अंकित ने एक साल पहले ही लव मैरिज की थी। लेकिन उसके पास किसी प्रकार का कोई काम धंधा न होने के चलते वह काफी परेशान चल रहा था। जैसे ही उसके रिश्तेदार अरुण कालीरमन ने एमईएल के साइट मैनेजर का अपहरण कमीशन सैट करने की योजना को बारे में बताया तो उसने अपने पुराने साथी जोगिन्द्र उर्फ भोलू व बिजेन्द्र उर्फ कालू को भी योजना में शामिल कर लिया तथा उन्हें 4 फरवरी को रिफाइनरी में पहुंचने बारे कहा, ताकि योजनाबद्ध तरीके से साइट मैनेजर का अपहरण करके उससे मारपीट करते हुए मोटा कमीशन सैट किया जा सके। दोस्त भी रातों-रातों अमीर होने के चक्कर में अंकित के साथ काम करने को सहमत हो गए।

भांजे व दोस्त को लेकर पहुंच गए दोनों बदमाश
 सीआईए-थ्री प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि तय तारीख पर 4 फरवरी को बदमाश जोगिन्द्र अपने भांजे मोहित पुत्र रोहताश निवासी गांव कुलाशी तथा बिजेन्द्र अपने एक दोस्त को लेकर रिफाइनरी में पहुंच गया। दूसरी ओर अरुण ने कम्पनी में काम करने वाले एफएलटी आप्रेटर प्रवीण काजल के पास 315 बोर राइफल, डबल बैरल गन 12 बोर, एक पिस्तौल 32 बोर बारे पहले ही बात कर रखी थी। जैसे ही अरुण के चारों बदमाश दोस्त वहां पहुंचे तो उसने उक्त तीनों हथियार लाकर उन्हें दे दिए तथा खुद पीपीएमसी गेट पर निगरानी के लिए खड़ा हो गया।

ओवरटेक करते हुए कर लिया किडनैप
सीआईए-थ्री प्रभारी अनिल छिक्कारा ने बताया कि जैसे ही एमईएल कम्पनी के साइट मैनेजर श्रीकांत कम्पनी से स्कूटर पर सवार होकर निकला तो अरुण ने तुरन्त मामले की सूचना फोन पर अंकित को दी। जिस पर अंकित व उसके उक्त साथियों ने गांव बोहली में राधा स्वामी आश्रम नहर वाली सडक़ के सामने पहुंचने पर ओवरटेक करते हुए श्रीकांत का स्कूटर रुकवा लिया तथा हथियारों के बल पर उसका अपहरण करके गाड़ी में डाल लिया। बदमाशोंं ने साइट मैनेजर का पर्स व मोबाइल छीन लिया, पर्स में 10 हजार रुपए की नकदी थी। इसके बाद बदमाश उसे सैक्टर 13-17 ज्योति कालोनी स्थित एक दफ्तर में ले गए। जहां उससे बंधक बनाकर मारपीट करते हुए कम्पनी में एक रुपया प्रति टन कमीशन सैट कर लिया। बाद में साइट मैनेजर को असंध रोड पर गांव सौदापुर के पास छोड़ दिया गया।

तीन बदमाशों को प्रोडक्शन वारंट पर लिया
सीआईए-थ्री प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि पुलिस ने उक्त मामले में वांछित तीन बदमाशों अंकित, अरुण पुत्र आजाद  तथा सुरजीत पुत्र दिलबाग जो एक अन्य मामले में जेल में बंद थे, को 4 सितम्बर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गिरफ्तार किया। जिनकी निशानदेही पर वांछित शेष आरोपियों के मकानों व छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। जिसके फलस्वरूप फरार बदमाश प्रवीण काजल, जोगिन्द्र को सनौली रोड पानीपत से अरैस्ट किया गया। जिनसे हथियार बरामद हुए हैं। बदमाशों द्वारा अपहरण के लिए प्रयोग की गई कार को पहले ही एक अन्य मामले में पुलिस द्वारा बरामद किया जा चुका है।
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