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सभी धर्मों के खुदाओं और दोस्तों की दुआओं ने मुझे मौत के मुँह से निकाल लिया- नाजिम हिन्दुस्तानी 

Nazim-Hindustani-Faridabad
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

फरीदाबाद- कोई इश्वर कहता है तो कोई अल्ला तो कोई वाहेगुरु तो कोई ईशु और मैं सभी धर्मों के लोगों का सम्मान करता हूँ और सभी धर्मों के खुदाओं की इज्जत करता हूँ। मैं मंदिर के सामने से गुजरता हूँ तो वहाँ सर झुकाता हूँ, मस्जिद में नमाज बैठता हूँ और ईशु और वाहेगुरु को भी मानता हूँ। सभी धर्मों के लोग मेरे दोस्त हैं और मैं अगर मौत के मुँह से बेदाग़ बचा तो सभी धर्मों के खुदाओं के कारण, सभी धर्मों के दोस्तों की दुआओं के कारण। ये कहना है शहर की डबुआ कालोनी में रहने वाले नाजिम हिन्दुस्तानी का जो एक बड़ी सड़क दुर्घटना में मौत के मुँह से बाल-बाल बच गए हैं। 
आपको बता दें कि एक दिन पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर बिल्हौर क्षेत्र के अरौल के पास नीलगाय से  टकराने के बाद एक ब्रेजा कार पलट गई। हादसे में कार सवार दो की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए। इस कार को नाजिम हिन्दुस्तानी चला रहे थे। 

कार में फरीदाबाद  निवासी मोहम्मद आफता परिवार के साथ हरदोई के बांगर मऊ जा रहे थे। सभी मूल रूप से बांगरमऊ के रहने वाले हैं। मंगलवार तड़के अरौल के पास नील गायों का झुंड़ एक्सप्रेस वे को अचानक क्रास किया। सामने से आ रही कार नील गाय से टकराने के बाद पलट गई। हादसे में मो. अफताब, सज्जाद खान की मौके पर मौत हो गई। कार सवार अफरोज अली, मो. आबिर व एक अन्य गम्भीर रूप से घायल हो गए।
नाजिम हिन्दुस्तानी ने बताया कि अरौल के पास काफी लाइट थी और आगे अँधेरा था। कार जैसे आगे बढ़ी अचानक नीलगाय सामने और फिर उन्होंने कार रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक दी लेकिन मजबूरन कुछ नहीं कर सका। कार कई बार पलटी और जब कार बार-बार पलट रही थी तो मुझे सभी धर्मों के खुदा याद आ रहे थे और ऐसा लग रहा था कि मुझे चार लोगों ने चारों तरफ से घेर रखा है और मुझसे कह रहे हैं कि चिंता मत करो हम आपके साथ हैं। 

नाजिम ने बताया कि उस वक्त मुझे अजीब धुनें सुनाई पड़ रहीं थीं और जब कार ने आख़िरी बार पलटी ली और सड़क किनारे रुकी तो मैंने अपने पैर से कार का गेट खोला। उसी समय पैर में थोड़ी चोट आई बाकि कहीं खरोच तक नहीं आई। उसके बाद मैंने कार में फंसे अपने परिजनों को निकाला। यूपीडा से जुड़े लोगों को फोन किया लेकिन उस समय तक मेरे दो परिजनों की मौत हो चुकी थी। नाजिम ने दुःख जताते हुए कहा कि मैं बहुत दुखी हूँ कि मेरे दो परिजन इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यूपीडा को नीलगाय और आवारा पशुओं पर लगाम लगानी चाहिए ताकि ऐसी दुर्घटनाएं न हो सकें। 
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