जिस पर पुलिस उपायुक्त ने चाइल्ड हेल्पलाइन में तैनात रविंद्र को फोन कर वहां पर बुलाया और उनको कहा कि बच्चे को उसके घर पर पहुंचाया जाए। डीसीपी एनआईटी ने बच्चे को खाना खिलाया और कुछ रुपए देखकर उसकी आर्थिक मदद की। बच्चा पाली रोड पर पहाड़ी नंबर 3 पर रहता है उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है जो कि अपने मामा के घर पर रहता है मामा का एक्सीडेंट हो गया था जिससे मामा की पैर में रोड डली हुई है।
घर में कमाने वाला कोई भी नहीं है मामा की लड़की जो कि नाबालिक है घरों में झाड़ू पोछा का काम करती है वह घर का गुजारा चला रही है। पुलिस उपायुक्त ने बच्चे और उसके परिवार की मदद करने के लिए खाद्य सामग्री से संबंधित सरकार की योजनाओं के बारे में भी जागरूक किया है। डीसीपी ने चाइल्ड डिपार्टमेंट से मिलने वाली मदद भी बच्चे को दिलाने का भरोसा दिलाया है।
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