नई दिल्ली- एक दो नहीं सपना पूरे होने में 19 साल लग गए और इस दौरान उन्होंने कई तरह की परेशानियां झेलीं लेकिन अब पूरा देश कैप्टन अमोल यादव की तारीफ़ कर रहा है। जेट एयरवेज में काम करने वाले कैप्टन अमोल यादव ने अपने घर की छत पर ही एयरक्राफ्ट बना डाला और अब उसे उड़ाने की इजाजत भी मिल गई। 2011 में ही उन्होंने छे सीटर एयरक्राफ्ट बना लिया था लेकिन उन्हें उसे उड़ाने की इजाजत अब जाकर मिली है। बताया जा रहा है इसके लिए वो पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिले थे तब उन्हें जाकर विमान उड़ाने की इजाजत मिली।
कैप्टन यादव ने इस विमान को महाराष्ट्र के पश्चिमी उपनगरीय इलाके कांदिवली में अपने घर की छत पर खुद डिजाइन किया और विकसित किया है उन्होंने मीडिया को बताया कि मैंने एक तकनीशियन के साथ विमान की पहली परीक्षण उड़ान की है और इस दौरान विमान की उड़ान संतुलित रही है. यह काफी अच्छी रही है।
यादव ने कहा कि इस उड़ान में यह देखा गया है कि जमीन से ऊपर उठने के बाद विमान की उड़ान संतुलित रहती है या नहीं यह देखा गया. विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने इस विमान की पहले चरण की उड़ान के लिये पिछले साल अंत में अनुमति दे दी थी।इस पोस्ट के नीचे वीडियो है देखें
भारतीय बनावटीचे पहिले विमान आकाशात झेपावले. कॅप्टन अमोल यादव यांची १९ वर्षाची मेहनतीला यश आलं. आर्थिक अडचणी, DGCA अधिकार्यांचे असहकार्य यावर मात करत, त्यांनी ही झेप घेतली आहे. pic.twitter.com/F7rSEu7hM7— Deepak V. Bhatuse (@deepakbhatuse) August 15, 2020
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