नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में भी धारा 144 लगी है लेकिन इस दौरान निजामुद्दीन के मकर लगभग दो हजार लोग इकठ्ठा हुए और कई कोरोना पॉजीटिव पाए गए जिनमे 10 की मौत भी हो चुकी है। जिन लोगों की मौत हुई है वो इसी जमात में शामिल थे और अपने राज्यों में जा चुके थे। दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी भी लॉकडाउन के दौरान कैसे इकठ्ठा हो गई। अब दिल्ली पुलिस का बयान सामने आया है जिसमे पुलिस ने कहा कि इन लोगों को एक नहीं दो बार नोटिस दिया गया था लेकिन इन्होने आदेशों का उल्लंघन किया है। मकर के मौलाना पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
अब तक निज़ामुद्दीन के 163 लोगों को दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि कुल 174 ऐसे लोग जिनकी #COVID19 से ग्रस्त होने की संभावना है उनको लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें 163 मरीज निजामुद्दीन से हैं। कल 85 नए मामले सामने आए जबकि 34 को आज भर्ती कराया गया। हमने उनके लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं।
अब साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने मीडिया से बताया कि हमने कार्यक्रम को रद्द और भीड़ न एकत्रित करने को लेकर 2 बार नोटिस (23 मार्च और 28 मार्च ) दिया था। साथ ही आग्रह किया था कि कोरोना महामारी फैली है, इसलिए कार्यक्रम का आयोजन रद्द कर दें। लेकिन नोटिस देने के बाद भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जो लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन है। अब दिल्ली पुलिस इस मामले में कार्रवाई करेगी।
Delhi: People continue to board buses in the Nizammudin area, to be taken to different hospitals for a checkup. A religious gathering was held in Markaz, that violated lockdown conditions and several #COVID19 positive cases have been found among those who attended the gathering. pic.twitter.com/qQAw8LD7eF— ANI (@ANI) March 31, 2020
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