नई दिल्ली: दिल्ली के दामिनी केस के बाद देश में तमाम दरिंदगी के मामले सामने आये। कई राज्यों की सरकारों ने नियम क़ानून को और सख्त बनाया लेकिन अब तक किसी दरिंदे को उचित सजा नहीं मिली इसलिए देश में दरिदों के हौसले बुलंद हैं और दरिंदगी जारी है। 2012 में दामिनी केस के समय देश के लोग सड़कों पर उतरे थे लेकिन उस मामले में भी अब तक किसी दरिंदे को उचित सजा नहीं मिली। दरिंदे 7 साल से देश के ऊपर भार बने हुए हैं। जेल में हैं और सरकार उन्हें रोटियां खिला रही है। ऐसे न जाने कितने बड़े मामलों के आरोपी जेल में रोटियां खा रहे हैं और देश के ऊपर बोझ बने हुए हैं। देश की जीडीपी डाउन होती चली जा रही है क्यू कि गलत लोगों को भी पाला पोसा जा रहा है।
तेलांगना के हैदराबाद में डाक्टर प्रियंका रेड्डी रेप और मर्डर केस में पुलिस ने सभी चारों दरिंदों को दबोच लिया है और साइबराबाद पुलिस का कहना है कि ये मामला फ़ास्ट ट्रक कोर्ट में चलेगा लेकिन कुछ वर्षों में देखा गया है कि कई मामले फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहे हैं और किसी भी दरिंदे को सजा नहीं मिली। पुलिस क्या करे, कुछ मामलों में बड़े आरोपियों को बड़े-बड़े वकील बचाने लगते हैं। हैदराबाद के दरिंदों की तस्वीर, खबर जारी है
जब कोई ऐसा मामला होता है तो देश के लोग कुछ दिनों तक क्रोध जताते हैं लेकिन उसके बाद सब कुछ अदालत पर छोड़ देते हैं और आगे ऐसे मामलों के आरोपियों का कुछ नहीं हो पा रहा है। प्रियंका केस में तेलांगना के गृह मंत्री का बकलोली भरा बयान आया और उन्होंने कहा कि पीड़िता ने अपनी बहन को क्यू फोन किया, उसे 100 नंबर पर फोन करना चाहिए था। 100 नंबर की बात करें तो देश के जिन राज्यों में 100 पर शिकायतें की जाते हैं वहां भी तमाम खामिया दिख जाती हैं। मसलन कोई फोन नहीं उठाता। फोन उठाने के बाद समय से कोई पहुँचता नहीं। देश की राजनीति में तेलंगना के गृह मंत्री मुहम्मद महमूद अली जैसे तमाम नमूने भरे पड़े हैं।
बहन बेटियां हर घर में हैं। किसी भी जाति धर्म के लोग हों, देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर नेता तमाम बकवासबाजी करते हैं लेकिन करते कुछ नहीं हैं। हर धर्म की बहन बेटियां दरिंदों का शिकार बन रहीं हैं। कलयुग है, सब कलयुगी हो चुके हैं। प्रियंका मामला बुधवार की रात्रि का है। देश के कई बड़े न्यूज़ चैनलों ने इस मामले को छुपाने का प्रयास किया। सोशल मीडिया न होती तो देश प्रियंका का दर्द नहीं समझ पाता, प्रियंका के परिजनों के खून के आंसूं देश देख नहीं पाता। इस देश की मीडिया भी जाति धर्म देखकर ख़बरें चलाती है। इस देश में गिद्ध तो लगभग ख़त्म होने लगे हैं लेकिन उनकी जगह कुछ नेताओं ने ले ली है और मृतक की जाति और धर्म देखकर राजनीति करते हैं। इस समय देश कर कलयुग हावी है।
देश के नेता, देश की मीडिया पर कलयुग हावी है और जातिधर्म देखकर बयान दिए जाते हैं और खबरें चलाई जाती हैं ये हमने उस समय देखा जब हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सुनपेड़ गांव में एक घटना हुई थी। सुनपेड़ गांव में 20 अक्टूबर 2015 को दो बच्चों की मौत हो गई थी, वहीं उनके माता पिता झुलस गए थे। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग सहित 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। उस समय के सीपी सुभाष यादव ने कहा था कि ये मामला परिवार के जितेंद्र और उसकी पत्नी में रंजिश के कारण हुआ है लेकिन राहुल गांधी, भूपेंद्र हुड्डा, केजरीवाल, सीपीएम की वृंदा करात जैसे नेता सुनपेड़ पहुंचे और इनमे से कई उसी समय जज बन गए और आरोप भी लगा दिया की दोषी यही है । मामला सीबीआई को सौंपा गया और अब तक सीबीआई इस मामले की जाँच ही कर रही है। उस समय अब के सीएम खट्टर बड़े नेताओं के दबाव के कारण पीड़ित परिवार को मुआबजा दे आये थे लेकिन सच आज तक सामने नहीं आया, महा कलयुग है। अपने परिवार और अपनी बहन बेटियों का ख्याल रखें। राजनीतिक गिद्धों के किसी भी बकवास पर भरोषा न करें।
आपको बता दें कि तेलांगना के हैदराबाद में बुधवार रात्रि महिला डाक्टर प्रियंका रेड्डी की स्कूटी पंचर हुई और उनकी मदद करने के बहाने कई दरिंदों ने उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया और उसके बाद उन पर पेट्रोल डाल आग लगा दी गई। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साइबराबाद पुलिस ने कुछ देर पहले कहा कि आरोपियों के नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नेकशवुलु हैं। इसमें मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ है , पुलिस ने कहा कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट, महबूबनगर को सौंपने का अनुरोध किया जाएगा , आरोपियों के खिलाफ निर्भया एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। निर्भया एक्ट कितने साल से चल रहा है ऊपर हरियाणा अब तक आपको बता चुका है। नाम का एक्ट है काम का नहीं। अपनी बहन बेटियों की सुरक्षा खुद करें।
फरीदाबाद के सुनपेड़ की बात करें तो उस समय कुछ लोगों ने हमारे लेख पर सवाल उठाया था। आज भी हम अपनी बात पर कायम हैं, उस समय हमारी हेडिंग थी कि पति-पत्नी में कलह थी, बच्चों को जला दिया, आरोप पुराने दुश्मनों पर लगा दिया। चार साल हो गए। सीबीआई जाँच कर रही है। नहीं कर पाई, अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई को भी लगा दिया जाये तो हमारी हेडिंग ही सच होगी। RIP Priyanka
फरीदाबाद के सुनपेड़ की बात करें तो उस समय कुछ लोगों ने हमारे लेख पर सवाल उठाया था। आज भी हम अपनी बात पर कायम हैं, उस समय हमारी हेडिंग थी कि पति-पत्नी में कलह थी, बच्चों को जला दिया, आरोप पुराने दुश्मनों पर लगा दिया। चार साल हो गए। सीबीआई जाँच कर रही है। नहीं कर पाई, अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई को भी लगा दिया जाये तो हमारी हेडिंग ही सच होगी। RIP Priyanka
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