चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के डिनर का प्रोग्राम अचानक बना है इसलिए प्रदेश के कई विधायकों को देरी से सूचना मिली लेकिन सूचना मिलते ही तमाम विधायक चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। कुछ अभी चंडीगढ़ नहीं पहुँच सके हैं, कुछ अम्बाला पहुँचने वाले हैं। 9 बजे तक सभी डिनर स्थल पर पहुँच जायेंगे। डिनर की सूचना मिलते ही कुछ विधायक अकेले चंडीगढ़ भागे तो कुछ के साथ उनके सगे सम्बन्धी भी हैं लेकिन कार्यकर्त्ता नहीं हैं। जिन विधायकों को उम्मीद है कि वो कल मंत्री बनेंगे उनके समर्थक कल 11 बजे के पहले चंडीगढ़ पहुँच जाएंगे।
प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले दो केंद्रीय मंत्री अब फिर सुर्ख़ियों में हैं। गुरुग्राम के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बारे में चर्चाएं फिर शुरू हो गईं हैं। कहा जा रहा है कि इन दोनों कद्दावर मंत्रियों की भी मंत्रिमंडल विस्तार में चौटाला से कम नहीं चलेगी। दोनों मंत्रियों के कई खास कल मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं।
2014 में मनोहर मंत्रिमंडल में राव इंद्रजीत सिंह समर्थक दो मंत्रियों को स्थान मिला था जबकि फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर के दोस्त विपुल गोयल भी केबिनेट मंत्री बने थे, गुर्जर के कहने पर बडख़ल की विधायक सीमा त्रिखा को मुख्य संसदीय सचिव बनाया गया था। अदालत के आदेश के बाद ये पद उनसे दूर हो गया था। उसके बाद दशहरा काण्ड विपुल गोयल पर भारी पड़ा और इस बार उनका टिकट कट गया।
अब कहा जा रहा है कि राव इंद्रजीत इस बार अपने किस खास नेता को मंत्री बनाएंगे और गुर्जर का हाथ किसके सिर पर होगा।
सूत्रों की मानें तो केपी गुर्जर बड़खल की विधायिका सीमा त्रिखा को कोई न कोई पद जरूर दिलवाएंगे। सीमा को कम से कम राज्य मंत्री का दर्जा मिल सकता है या विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद मिल सकता है। फरीदाबाद जिले से भाजपा विधायक नरेंद्र गुप्ता, राजेश नागर और मूलचंद शर्मा भी मंत्रीपद का ख्वाब देख रहे हैं लेकिन गुर्जर का प्रयास होगा कि बदनामी गैंग के गुर्गों को ये पद न मिले क्यू कि लोकसभा चुनावों से पहले फरीदाबाद में सक्रिय हुए इस गैंग ने गुर्जर की जमकर फजीहत करवाने का असफल प्रयास किया था।
पलवल जिला भी गुर्जर के कार्यक्षेत्र में आता है और वहाँ से अगर कोई मंत्री बना तो वही बनेगा जिस पर गुर्जर का हाथ होगा। आपको बता दें कि जजपा के पास 10 विधायक हैं तो कृष्णपाल गुर्जर ने भी फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से 7 विधायक भाजपा को दिया है। जजपा चीफ दुष्यंत चौटाला तमाम मलाईदार पद मांग रहे है लेकिन गुर्जर भाजपा के पुराने नेता है, जो मिलेगा संतोष कर लेंगे। किसी को आँख नहीं दिखाएंगे जैसे कि कल कुछ निर्दलीय विधायक सीएम को आँख दिखाने लगे थे। बाद में सब कुछ ठीक हो गया था और पृथला के आजाद विधायक का बयान आया था कि हम सरकार के साथ हैं।
वरिष्ठ नेताओं होने के नाते गुर्जर अपनी पार्टी को आँखें नहीं दिखाएंगे वरना बड़े से बड़ा पद फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के किसी विधायक को मिल सकता था। राव इंद्रजीत की बात करें तो 2014 से पहले वो कांग्रेस में थे और वो आँख भी दिखा सकते हैं।
ताजा जानकारी के मुताबिक सीएम के की डिनर पार्टी जल्द शुरू होने वाली है। अधिकतर विधायक पहुँच चुके हैं, कुछ ही रास्ते में अटके हैं। कुछ विधायक डिनर के समय अपनी प्लेट में दाल और एक दो चपाती रखेंगे तो जो ज्यादा भूंखे होंगे उनकी प्लेट में दाल, रोटी, शाही पनीर, मटर पनीर, अन्य सब्जियां और मिठाइयां भी दिखेंगीं। उसे देख सीएम को अंदाजा लग जायेगा कि कौन कितना खाता है और मंत्री बनने के बाद कौन कितना खायेगा।
नोट- 2014 से 2019 में खट्टर ने प्रदेश को बहुत कुछ देना चाहा लेकिन खट्टर ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में जो कुछ दिया वो भूखे विधायक और मंत्री खा गए। जनता को उसकी खुराक नहीं मिली। यही कारण है कि भाजपा का मिशन 75 सुपर फ्लॉप रहा। कुछ कमिया खट्टर की भी रहीं। वो ईमानदार तो हैं इसमें कोई शक नहीं लेकिन बकलोल हैं। गुस्से में रहते हैं। अविभावक एकता मंच से कहा निजी स्कूलों से समझौता कर लो तो चुनावों के ठीक पहले कहा गर्दन काट दूंगा और सोनिया गांधी की तुलना मरी हुई चुहिया से कर दी।
सोनिया कैसी भी हों, उनके पुत्र राहुल गांधी कैसे भी हों लेकिन राजीव गांधी इसी देश पर कुर्बान हुए हैं। बम ब्लास्ट कर उन्हें उड़ाया गया। खट्टर जैसे बकलोल नेताओं को थोड़ा इतिहास पर ध्यान रखना चाहिए। यही नहीं राजीव की माता जी इंदिरा गांधी भी इसी देश में देश के लिए ही कुर्बान हुईं थीं। आज उनके परिवार की विचारधारा कुछ अलग है। जरूरी नहीं कि लायक माँ या पिता का बेटा लायक ही निकले लेकिन किसी का बेटा नालायक निकल जाये तो इंसान को उसके लायक पिता की धज्जियाँ उड़ाने का कोई हक नहीं है।
आपको फिर बता दें कि सीएम के घर सभी विधायक अब पहुँच चुके हैं और डिनर पार्टी लगभग शुरू होने वाली है। हरियाणा अब तक के पाठकों को बता दें कि हमने कई लेख लिखा जिसमे मनोहर लाल को बकलोल कहा। भाजपा नेता हमारे उस लेख पर अंदर से हमें अपशब्द कह रहे होंगे हमें पता है लेकिन जरा आइना देखें। जाट आंदोलन के बाद आप हमारी अधिकतर पोस्ट 80 फीसदी सच पाएंगे और आज की पोस्ट में भी हमने लिखा था कि मलाईदार पोस्ट दुष्यंत चौटाला ले जाएंगे। अब हरियाणा अब तक के लिए धुँआधाड बैटिंग करने वाले विजय बैसला की लिस्ट हमारी उस बात को सच साबित कर रही है। आपने विजय बैसला की पोस्ट देखी होगी। न देखें हों तो देखें। हमारा पूर्वानुमान खट्टर को नचाते रहेंगे दुष्यंत चौटाला , खट्टर अब वही भाषा बोलेंगे जो दुष्यंत को पसंद होगी।
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