नई दिल्ली- लगभग एक हफ्ते पहले भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए थे। कहा जा रहा है कि सर्वे और बहुत कुछ देखकर ये नाम फाइनल किये गए हैं और पीएम मोदी के अमेरिका से आने के बाद इन उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लग जाएगी। इन नामों को फाइनल करने के लिए हरियाणा भाजपा ने दिल्ली में कई बैठकें की तब एक पैनल बनाया गया लेकिन कल शाम टिकट जारी करने के 24 घंटे के अंदर दो केंद्रीय मंत्रियों पूरी लिस्ट वैसे खराब कर दी जैसे दो बच्चे मिट्टी में खेलते हैं और मिट्टी पर कुछ बनाते हैं और एक बच्चा अगर दुसरे से नाराज हो जाता है तो हाँथ से दूसरे बच्चे द्वारा बनाई गई कलाकृति को पल भर में बराबर यानि खराब कर देता है। ठीक वैसा ही हुआ।
एक हफ्ते से हरियाणा भाजपा के बड़े नेताओं की सारी बैठकें बेकार गईं। जिस दिन प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने बयान दिया था कि मंत्रियों सांसदों के परिजनों को टिकट नहीं दी जाएगी और उसके अगले दिन हरियाणा मामलों के प्रभारी अनिल जैन नई भी कुछ ऐसा ही कहा उसी दिन से केंद्रीय राज्य मंत्री इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपनी राजनैतिक ताकत दिखाने लगे। वंशवाद की प्रक्रिया कुछ ही लोगों पर क्यू लागू हो रही है ये हरियाणा भाजपा को बताने लगे। इन दिनों गुर्जर तो खामोश रहकर अपने गुस्से का इजहार करते रहे लेकिन इंद्रजीत सख्त तेवर दिखाने लगे और नाराज होकर उन्होंने फोन बंद कर लिया और सूत्रों की मानें तो वो हरियाणा दिल्ली छोड़कर अपने हिमाचल प्रदेश के कसौली स्थित फार्म हाउस पर चले गए और कल भी वो वहीं थे। इसके पहले रविवार शाम भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमे पीएम मोदी और अमित शाह ने भी कहा कि मंत्रियों सांसदों के परिजनों को टिकट देने के पक्ष में वो भी नहीं हैं लेकिन उस समय पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों केंद्रीय मंत्रियों की नाराजगी भी दूर की जाये और इनके क्षेत्र में ये जिसे कहें उसे ही टिकट दी जाये। इसके बाद हरियाणा भाजपा ने राव इंद्रजीत और कृषपाल गुर्जर को हरियाणा बुलाया। इंद्रजीत नहीं पहुंचे और गुर्जर 10 मिनट बाद हरियाणा भवन पहुँच गए और सीएम मनोहर लाल से लगभग एक घंटे बात हुई।
बात पूरी तरह से नहीं बनी थी इसलिए उस रात्रि भाजपा की लिस्ट नहीं जारी की गई। सूत्रों की मानें तो कल सुबह भाजपा चुनाव प्रभारी नरेंद्र तोमर के आवास पर फिर बैठक का आयोजन किया गया जहाँ कृष्णपाल गुर्जर को फिर बुलाया गया और लगभग दो घंटे चली बैठक में उन्हें पूरी तरह से संतुष्ट किया गया। गुर्जर ने जिस पर भी हाँथ रखा उसे टिकट दी गई और जो उन्हें नहीं अच्छा लगता उसकी काट दी गई। कल की बैठक में राव इंद्रजीत को भी संतुष्ट करने का प्रयास किया गया और उन्होंने जिसे कहा अधिकतर नेताओं को टिकट दे दी गई और उन्हें भी जो अच्छा नहीं लगता था उसकी टिकट पर कैंची चला दी गई। इस तरह कल शाम से पहले 24 घंटे के अंदर दोनों मंत्रियों ने कई लोगों का खेल अच्छा कर दिया तो कइयों का खेल खराब कर दिया और लगभग 10 दिन पहले बनाई गई सूची तो तहस-नहस पर अपने मनमाफिक सूची बनवाई जो कल शाम जारी हुई। 12 सीटों पर पेंच फंसे थे जल्द वो सूची भी जारी की जा सकती है।
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