पलवल, 19 अगस्त। हथनी कुंड बैराज से लगभग 8.14 लाख क्यूसिक पानी यमुना नदी में छोडे जाने के दृष्टिगत जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है।
उपायुक्त यशपाल ने यमुना नदी में जल स्तर बढने से जिला पलवल के यमुना के साथ लगते हुए गांवों में बाढ की संभावना के दृष्टिगत जिला अधिकारियों की एक बैठक ली। उपायुक्त ने बाढ के दृष्टिगत सभी अधिकारियों को जिला मुख्यालय न छोडने के आदेश दिए तथा संबंधित अधिकारी अपने-अपने विभाग की जिम्मेदारियों के अनुसार कार्य करना सुनिश्चित करें। बैठक के पश्चात एसडीएम पलवल जितेंद्र कुमार ने सोमवार को यमुना नदी के साथ लगते प्रभावित क्षेत्रों क्रमश: गांव गुरवाड़ी, राजपुर खादर, दोस्तपुर, थंथरी, हंसापुर, अतवा, मुस्तफाबाद, काशीपुर, रहीमपुर, सुलतापर, अच्छेजा, इंदिरा नगर, मोहब्लीपुर, माहौली का दौरा किया। होडल के एसडीएम वत्सल वशिष्ठï ने हसनपुर क्षेत्र के अंतर्गत यमुना के किनारे आने वाले गांवों वली माहम्मदपुर, मुर्तजाबाद, फास्टोनगर का दौरा कर जायजा लिया। इस संबंध में जिला सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मुनयादी करके लोगों को बाढ के संबंध में सचेत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यमुना नदी के लगते क्षेत्रों में संभावित बाढ के खतरे से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। एसडीएम ने पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक द्वारा पशुओं के लिए उचित दवाओं की व्यवस्था करने, उपनिदेशक कृषि विभाग द्वारा पशुओं के लिए चारा आदि की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए गए। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी टैंट एवं खान-पान का प्रबंध करेंगे। सिविल सर्जन को प्रभावित क्षेत्र में अस्थाई सहायता कैंप में चिकित्सों की डयूटी लगाना एवं दवाईयों का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने गांव में फोगिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यकारी अभियंता सिंचाई विभाग को अपने क्षेत्रीय स्टाफ की डयूटी लगाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि यमुना से लगते हुए गांवों में पुलिस गस्त जारी रहेगी और स्थानीय गोताखोरों को आपातकालीन स्थिति हेतु चयनित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर होडल के तहसीलदार गुरूदेव सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
Post A Comment:
0 comments: