नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर फिर लिबरल गैंग पर बड़े सवाल उठाये जाए रहे हैं। कहा जा रहा है कि चोर तरबेज की पिटाई के बाद मौत हुई तो लिबरल गैंग अब तक विलाप कर रहा है और हरियाणा के एक युवा वकील को पीट-पीट कर मार डाला गया लेकिन गैंग के गुर्गे अब तक भूमिगत हैं। कोई सवाल नहीं उठ रहा है। लिंचिंग गैंग भी गायब है। मोमबत्ती गैंग का कोई अता पता नहीं है। आवार्ड वापसी गैंग भी भूमिगत हो गया है।
आपको बता दें कि बीते 15 जुलाई को नूंह जिले के उदाका गांव में अख्तर और जमशेद के बीच झगड़ा हुआ था. वहीं, 19 जुलाई को वकील नवीन यादव ने गांव उदाका के जमशेद एवं अख्तर के बीच में चल रहे विवाद को आपस में मिल बैठकर राजीनामा करा दिया था। जब वकील शाम को अदालत से घर उदाका जा रहा था, तभी अख्तर की पत्नी एवं बेटी ने अपनी छत पर चढ़कर वकील नवीन यादव के ऊपर ईंट-पत्थरों से हमला बोल दिया, जिससे वकील का सिर फट गया और काफी चोटें भी आई। इस दौरान वकील ने भागकर अपने घर में घुसकर जान बचाई। इसके बाद जैकम पुत्र नसीरुद्दीन, साजिद पुत्र अख्तर, मकसूदन पत्नी अख्तर और उसकी बेटी सरजीना एवं रुकसार ने वकील को दोबारा घर से बाहर निकालकर बल्ले और डंडो से पीटना शुरू कर दिया। जिससे वकील गंभीर रूप से घायल हो गया। वकील के परिजनों ने किसी तरह से बचाकर नवीन यादव को घायल अवस्था में मेदांत अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनकी मौत हो गयी।
इसके बाद वकीलों ने हड़ताल किया। स्थानीय लोग भी सड़क पर उतरे लेकिन लिबरल गैंग को अब तक कुछ नहीं दिखा। उन्हें अब भी चोर तरबेज ही दिख रहा है।
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