फरीदाबाद, 05 जुलाई। मानसून की बरसात दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रही। इस बरसात से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं कई लोगों के लिए यह बरसात मुसीबत भी बन गई। बरसात के चलते लोगों के घरों में पानी भर गया और उनका लाखों का घरेलू सामान खराब हो गया। एनआईटी विधानसभा क्षेत्र में तो हालात बद से बदत्तर हो गए और कालोनियों में रहने वाले लोग जलभराव के लिए नगर निगम प्रशासन और सरकार को कोसते नजर आए। हरियाणा कांग्रेस ओबीसी सैल के चेयरमैन ललित भड़ाना ने डबुआ कालोनी के कई मकानों में जाकर देखा कि लोगों के घरों में कई-कई फुट पानी भर गया है। पानी उनके बैड तक पहुंच गया, ऐसे में इन लोगों के समक्ष रहने व खाने की समस्या पैदा हो गई है।
ललित भड़ाना ने कहा कि यह तो मानसून की शुरुआत है, आने वाले समय में जब ज्यादा बारिश होंगी तो एनआईटी क्षेत्र का क्या होगा? इसका नमूना आज देखने को मिल गया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुुंबई में बारिश के दौरान दीवार गिरने से कई लोगों की मौत हो गई, उसी प्रकार एनआईटी में बरसात में जिस प्रकार से लोगों के घरों की नींवों में पानी जमा हो रहा है, उससे मुंबई जैसी घटना यहां भी घटित हो सकती है और जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी इसलिए प्रशासन को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अभी से कारगर कदम उठाने चाहिए ताकि आने वाले बारिश के मौसम में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि एक तरफ स्थानीय विधायक सीएम अनाउंसमेंट के तहत 191 करोड़ व अन्य मदों में करीब 250 करोड़ रुपये का विकास एनआईटी में कराने का दावा करते है, आखिर वह पैसा किस मद में खर्च हुआ, इसका खुलासा होना चाहिए। आज सारा एनआईटी क्षेत्र खुदा हुआ है, गंदगी से अटा पड़ा है, अगर विकास होता तो आज लोगों के घरों में पानी नहीं भरता।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए और जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की जवाबदेही निश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर वर्ष बरसात के दौरान होने वाले जलभराव से निपटने के लिए निगम प्रशासन लाखों करोड़ों रुपये खर्च करके योजनाएं तैयार करता है परंतु एक ही बरसात इन सभी योजनाओं पर पानी फेर देती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम में बैठे अधिकारी लोगों के खून पसीने की कमाई को खा रहे है, जबकि लोग जलभराव के चलते त्राहि-त्राहि करने को मजबूर है। ललित भड़ाना ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि जिस प्रकार किसानों, मजदूरों सहित अन्य मद में लोगों को मुआवजा दिया जाता है ऐसे में बरसात के दौरान जिनके घरों में पानी भरने से आर्थिक नुकसान हुआ है, उन्हें भी मुआवजा मिलना चाहिए क्योंकि यह सब प्रशासन की गलती का नतीजा है। उन्होंने कहा कि मानसून को लेकर अगर प्रशासन ने जलनिकासी की जल्द ही उचित व्यवस्था नहीं की तो कालोनी में रहने वाले लोग नगर निगम मुख्यालय पर बड़ा प्रदर्शन करके अधिकारियों व सरकार को नींद से जगाने का काम करेंगे।
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