नई दिल्ली: कोई भी माँ नहीं चाहेगी कि उसके या किसी अन्य बच्चे को शौंचालय में बना हुआ भोजन खिलाया जाए। ये कहना है मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान का जिन्होंने मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी के उस बयान पर वार किया है जिसमे इमरती देवी ने कहा कि शौचालय के अंदर भोजन तैयार करने में कोई समस्या नहीं।
शिवराज सिंह ने एक ट्वीट किया है और लिखा है कि यह किस तरह की बात है? मुझे इमरती देवी जी से यह उम्मीद नहीं थी। वे सरकार में मंत्री होने साथ ही एक माँ भी हैं। कोई माँ यह नहीं चाहेगी कि उसके या किसी अन्य के बच्चे को शौचालय में पका खाना खिलाया जाए! यह न सिर्फ असंवेदनशीलता है बल्कि कांग्रेस के मानसिक दिवालियेपन की निशानी भी है!No problem in preparing food inside toilet: MP Minister Imarti Devi— ANI Digital (@ani_digital) July 24, 2019
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आपको बता दें कि मध्यप्रदेश की एक आंगनबाड़ी में शौचालय का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जा रहा है। इसकी जानकारी जब मध्य प्रदेश की मंत्री इमरती देवी को दी गई तो उन्होंने कहा कि अगर टॉयलेट सीट और स्टोव के बीच विभाजन है तो शौचालय में खाना पकाने में कोई दिक्कत नहीं है। मध्य प्रदेश के करेरा आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों के लिए शौचालय के अंदर खाना पकाया जा रहा है। इमरती देवी ने कहा कि आपको समझना चाहिए की टॉयलेट सीट और स्टोव के बीच विभाजन है। आज कल तो हमारे घरों में भी अटैच बाथरूम होते हैं।यह किस तरह की बात है?— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 24, 2019
मुझे इमरती देवी जी से यह उम्मीद नहीं थी। वे सरकार में मंत्री होने साथ ही एक माँ भी हैं। कोई माँ यह नहीं चाहेगी कि उसके या किसी अन्य के बच्चे को शौचालय में पका खाना खिलाया जाए!
यह न सिर्फ असंवेदनशीलता है बल्कि कांग्रेस के मानसिक दिवालियेपन की निशानी भी है! https://t.co/GYwqMHQXoO
मंत्री ने पूछा कि यदि आपके रिश्तेदार आपके घर में यह कहते हुए खाना खाने से मना कर दें कि आपके घर में अटैच बाथरुम है तो? उन्होंने कहा कि जिस टॉयलेट सीट पर बर्तन रखें जा रहे थे। उसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है। वह टॉयलेट सीट बजरियों से भरी हुई है। हालांकि, फिर भी इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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