फरीदाबाद: शहर के हजारों लोगों के उस समय होश उड़ गए जब रातो-रात एक कंपनी में ताला लगा दिखा और लोगों ने कंपनी मालिक के बारे में जब पूरी जानकारी हासिल कि तो पता चला कि कंपनी मालिक एक बड़ा ठग था। फरीदाबाद के सैकड़ों लोग मंगलवार को पुलिस आयुक्त संजय कुमार के दफ्तर पहुंचे। लोगों ने पुलिस आयुक्त को लिखित शिकायत दी और कहा कि लगभग डेढ़ साल पहले खुली कंपनी ने फरीदबाद के हजारों लोगों से लगभग 300 करोड़ ठग लिए हैं। पुलिस आयुक्त ने लोगों की शिकायत पर मामला दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। पुलिस आयुक्त को दी गई शिकायत में लिखा गया है कि
सेवा में,
श्रीमान् पुलिस आयुक्त महोदय,
सैक्टर-21सी, फरीदाबाद ।
विशय:- दरखास्त बराये किये जाने कानूनी कार्यवाही बरखिलाफ 1-आषुतोश सिंह रतन पुत्र श्री चन्द्रिका सिंह, निवासी मकान नं0 1439, सैक्टर-28, फरीदाबाद, मोबाईल नं0 9891212198, 8278383182, 2-रंजीत मोबाईल नं0 8851011614, 9211921989, 3-उमेष सिंह मोबाईल नं0 8825104996, 9015907259, 4-प्रियंका मोबाईल 8595155438, 8076376880, 5-कुन्दन मोबाईल नं0 9555974580, 8076476557, 6-पूनम पत्नी रंजीत, मोबाईल नं0 8527386156, 7-अर्चना पत्नी आषुतोश, मोबाईल नं0 8076739377, 8- रितेष कुमार मोबाईल नं 9534761314,9-वरूण मोबईल नं0 8368460200, 10 उमा मोबाईल 8510966492 द्वारा प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी, जालसाजी एवं अमानत में ख्यानत करने, पैसे वापिस मांगने पर जाने से मारने की धमकी देने तथा झूठे मुकदमों में फॅंसाने की धमकी देने बारे ।
श्रीमान् जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं प्रार्थी........................... पुत्र/पुत्री/पत्नि श्री ..............................., निवासी ...............................
....................................................................................................... का रहने वाला/वाली हूॅं और निम्नलिखित प्रार्थना करता/करती हूॅूं:-
1- यह कि उपरोक्त दोशी नं0-1 ने एक कम्पनी का आफिस जो कि मैसर्स रतन श्री इण्ड्रस्ट्रिज के नाम से मकान नं0 1321, प्रथम फ्लोर , सैक्टर-28, नजदीक हुडडा मार्किट, फरीदाबाद-121008, में जिसका ईमेल आई.डी.Mh-Care@ratanshree.in o Website www.ratanshree.in है।
के नाम से खोल रखी है जिसमें दोशीयान नं0 1 उपरोक्त फर्म का डायरेक्टर है तथा इस व्यक्ति ने अपनी उपरोक्त फर्म के लिए दोशी नं0 2 से 9 को अपने अधीन रखा हुआ था । जिनके जरिये वह अपने आॅफिस के काम को लगातार बढ़ाता चल रहा था । ये कि दोशीयान नं0 2 ता 10 उसके लिए भोले-भाले, सीधे साधे लोगों अपनी कम्पनी की लाभदायक स्कीमो के बार में बताते तथा अपने अपनी मीठी-मीठी व चुकनी चुपड़ी बातो में फंसाकर अपने आफिस मे बुलाते थे और लोगों को यह भी बताते थे कि हमारे कम्पनी इन्टरनेषल मार्किट में घरेलू सामान तथा इलैट्रानिक्स के सामान खरीदने काम करती है तथा आप भी हमारी कम्पनी में डिजिटल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आई.डी.बनाकर हमारे साथ बिजनेस पार्टनर बन सकते हो और व्यापार कर सकते हो तथा हमारी कम्पनी का सामान बेचकर आप भी हमारी तरह बिजनेस में अच्छा लाभ कमा सकते हो और आपको हमारी कम्पनी में षामिल होने के लिए सिक्योरिटी राषि व सामान की कीमत को एडवांस में जमा कराना होगा और मु0 50,000/-रूपये की कीमत का एक एग्रीमेन्ट सामान के खरीद-फरोख्त बाबत हमारी कम्पनी के साथ व डिजिटल पोर्टल व डिजिटल इन्टरनेट से जुड़ने की बाबत साइन करके एग्रीमेन्ट को कम्पनी में जमा कराना होगा । इस पर मैं दोशीयान के बातों के जाल में फॅंस गया और उनकी कम्पनी के आॅंफिस पर जाकर 50,000/-रूपये नकद व बकाया रकम ../-रूपये दोशीयान ने यह कहकर मुझसे बजरिये बैंक ट्रांसफर ले लिये । जिसकी कापी साथ संलग्न है ।
यह कि दोशीयान ने यह भी बताया कि आप जितने का बिजनेस करना या बढाना चाहते हो उतनी रकम हमारी कम्पनी में जमा करानी होगी । यदि आप सामान नहीं बेचना चाहते हो तब भी आपको आपके द्वारा कम्पनी को दी गई रकम पर आपको कम्पनी के प्रोफिट से आपके हिस्से का षेयर आपके खाते में जमा किया जायेगा या फिर नकद दिया जायेगा ।
2- यह कि उसके बाद जब से प्रार्थी से सामान खरीद बेच की बात कम्पनी में कार्यरत उपरोक्त दोशीयान से बात की तो दोशीयान कहने कि अभी कम्पनी की वैब साईट में कुछ तकनीकी खामियाॅं तथा वैब साईट ठीक से काम नही कर रही है । इसलिए अभी कम्पनी की साईट ठीक से खुल भी नही पा रही है और इसी कारण से अभी बेचने व खरीदने का कार्य नहीं हो सकता और हमे जल्द ही साईट ठीक होने तथा आगे चलने का झूठा आष्वासन दिया ।
3- यह कि इसके बाद मैंने कई बार फोन से तो कई कम्पनी के आॅंफिस पर जाकर निजी रूप से पता किया लेकिन हर बार टाल-मटोल करते रहे झूठे आष्वासन देते रहे ।
4- यह कि दिनांक 19-07-2019 को प्रार्थी जब उपरोक्त कम्पनी के फरीदाबाद स्थित आॅफिस पर गया तो वह ताला लगा हुआ पाया जब प्रार्थी ने कम्पनी के द्वारा दिये गये फोन नम्बरों पर फोन किया तो सभी नम्बर बन्द पाये गये । इस पर प्रार्थी ने आस-पड़ोस के दुकानदारों से पूछताछ कि तो पता चला कि उपरोक्त कम्पनी व उसका डायरेक्टर कम्पनी बन्द करके भाग गया है ।
5- यह कि बाद में पता चला कि दोशीयानों ने फर्जी कम्पनी खोल कर प्रार्थी व अन्य कई लोगों के साथ भी धोखाधड़ी, जालसाजी व अमानत में ख्यानत की है और प्रार्थी के मेहनत की गाढ़ी कमाई को लूट करके ले गये है ।
अतः श्रीमान् जी से विनम्र प्रार्थना है कि उपरोक्त दोशीयान के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये तथा प्रार्थी को उसकी उपरोक्त रकम वापिस दिलाई जाये व प्रार्थी को जल्द से जल्द न्याय दिलवाया जाये । जनाब की अति कृपा होगी ।
इस मामले के बारे में युवा समाजसेवी एवं अधिवक्ता विश्वेन्द्र अत्री ने बताया कि ये एक बहुत बड़ा घोटाला है और फरीदाबाद के हजारों लोगों से 200 से लेकर 300 करोड़ रूपये ठगे गए हैं। उन्होंने बताया कि इसकी जांच करवाने पर कुछ वालीबुड के लोग भी इन ठगों के साथ मिले हुए हो सकते हैं।
एडवोकेट अत्री ने बताया कि कंपनी का मालिक आषुतोश सिंह रतन बहुत बड़ा ठग है। किसी को उसके बारे में भनक न लगे इसके लिए उसने अपने बच्चों को डीपीस स्कूल में दाखिला करवाया, लग्जरी गाड़ियों से चलता था और कहता था कि मैं फिल्मे भी बना चुका हूँ और वहां भी आपका पैसा इन्वेस्ट होगा और उस कमाई में भी आपका हिस्सा होगा। लोगों को 16 % फायदा देने की लालच लेकर उसने पैसे जमा करवाए। पहले कहता था कि 50 हजार रूपये देकर कंपनी के सदस्य बनो और जब लोग सदस्य बन जाते थे तो और पैसे जमा करवाने की बात करता और कंपनी का पार्टनर बनने का लालच देता और कुछ लोगों ने लाख दो लाख जमा किये तो कुछ लोगों ने 30 से 50 लाख तक उसके पास जमा कर दिया और सभी का पैसा लेकर अचानक भाग गया। सीपी दफ्तर पहुंचे लोगों ने बताया कि किसी ने बेटी की शादी के लिए रखे पैसे उसे दे दिए तो किसी ने मकान बेंचा और सारे पैसे उसे दे दिए। इस तरह से हजारों लोग उसके पास अपने पैसे जमा कर दिए और लोगों के सैकड़ों करोड़ रूपये लेकर वो सपरिवार भाग गया।
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