फरीदाबाद: मुजेड़ी गांव में आज सुबह हुए भंवर सिंह नाम के व्यक्ति का मर्डर पुरानी रंजिश के कारण हो सकता है। सूत्रों की मानें तो एक मामले में भंवर सिंह का नाम था। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद भंवर सिंह को उस मामले से निकाल दिया था। सूत्रों की मानें तो किसी मनीष नाम के युवक को गोली मारने के केस में भंवर सिंह का नाम था और इस मामले में पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मनीष केस के समय भंवर सिंह राजस्थान में किसी काम से गया था जिस कारण उसका नाम निकाल दिया गया था।
आपको बता दें कि करीब पांच साल पहले भंवर सिंह की मनीष कपासिया परिवार से कहासुनी हो गई थी। इस कहासुनी के बाद मौका पाकर मनीष वगैरह ने भंवर सिंह के दोनों हाथ-पैर तोड़ दिए थे। यही नहीं सूआं से दोनों पैर घुटने से नीचे गोद डाले थे। इस हमले में गंभीर रूप से जख्मी भंवर सिंह कई महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहे थे । अपने चाचा पर हुए कातिलाना हमले से उनका भतीजा दलजीत रंजिश रखे हुए था। दलजीत ने 2017 में अपने साथ तीन-चार लड़कों को लिया और मनीष के घर पहुंच गया। वहां पहुंचकर मनीष के सिर में गोली मार दी थी। पुलिस ने इस मामले में दलजीत सहित लगभग 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसी मामले में भंवर सिंह का भी नाम था लेकिन जांच के बाद उसका नाम निकाल दिया गया था।
आज सुबह भंवर सिंह की गोली मारकर हत्या की गई। संभव है कि ये मर्डर केस मनीष केस से जुड़ा हुआ हो। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि नाराज लोगों ने आज बायपास रोड भी जाम किया था। पुलिस के सूत्रों की मानें तो जब मनीष केस से भंवर सिंह का नाम निकाला गया था तब कुछ लोगों ने कहा कि हमें न्याय नहीं मिला। अब हम खुद न्याय के लिए कोई दूसरा रास्ता निकालेंगे।
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