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PM बनना चाहते थे ये भाई-बहन, भाई का गाल खतरे में, दीदी का बंगाल खतरे में?

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नई दिल्ली: देश की दो राजनीतिक पार्टियों का भविष्य ज्यादा उज्जवल नहीं दिख रहा है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और दिल्ली में आम आदमी पार्टी का हाल बेहाल होता जा रहा है। एक समय था जब पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नाम का डंका बजता था लेकिन लोकसभा चुनावों में भाजपा के मोटे भाई कहे जाने वाले अमित शाह ने कमाल कर दिया और पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 18 सीटें झटक ली जबकि टीएमसी को 22 सीटों से संतोष करना पड़ा लेकिन टीएमसी को ये हार पसंद नहीं आई और 23 मई के बाद से ही वहां हिंसा जारी है। कभी भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है तो कभी डाक्टर पर हमला हो रहा है।

बात  करते हैं दिल्ली की तो दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ममता बनर्जी के खास नेता माने जाते हैं। केजरीवाल ममता को दिल्ली बुलाते हैं तो वो दौड़ी चली आती हैं और ममता केजरीवाल को पश्चिम बंगाल बुलाती हैं तो केजरीवाल नंगे पैर पश्चिम बंगाल पहुँच जाते हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को दिल्ली में 70 में से 67 सीटें मिलीं लेकिन उसके बाद से की आप का ग्राफ गिरने लगा। कई विधायक और मंत्री जेल गए तो कइयों पर संगीन आरोप लगे जिसके बाद नगर निगम चुनावों में आप का सूपड़ा साफ़ हो गया और लोकसभा चुनावों में तो और बुरा हाल हुआ। टीम केजरीवाल दिल्ली में एक भी सीट नहीं जीत सकी। 

बंगाल में टीएमसी का हाल आप से दोस्ती के कारण बेहाल हुआ या दिल्ली में आप का हाल ममता के कारण बेहाल हुआ ये तो राजनीति के जानकार ही समझ सकते हैं लेकिन वर्तमान में ममता बनर्जी के लिए बंगाल बचाना मुश्किल होता दिख  रहा है जबकि केजरीवाल अपना गाल बाल बचाने का हर प्रयास कर रहे हैं। इन पांच वर्षों में उतने हमले किसी टोलकर्मी पर नहीं हुए होंगे जितने केजरीवाल पर हुए हैं। टोलकर्मी तो बेचारे अकेले रहते हैं उन पर आसानी से कोई हमला कर सकता है लेकिन केजरीवाल तो भारी सुरक्षा के बीच रहते हैं लेकिन फिर भी लोगों के हाँथ उनके गाल तक पहुँच जाते हैं। केजरीवाल के सबसे खास साथी रहे कुमार विश्वाश ने गाल और बंगाल के बारे में एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि “हम भी PM बनेंगे” क्लब के दोनों भाई-बहिनों के लिए आगामी दिनों में जनता की ओर से कठिन चुनौती होगी, दिल्ली वाले बौने भैया के लिए “गाल” बचाने की और दीदी के लिए “बंगाल” बचाने की
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