नई दिल्ली: इस बार का लोकसभा चुनाव अब तक पूरी तरह से सोशल मीडिया पर लड़ा जा रहा है। एक समय होता था जब लोग टीवी वगैरा में जिस पेंट का प्रचार ज्यादा देखते थे उसी पेंट से अपने घर को रंगवाते थे लेकिन चुनावों के समय नेता लोग या उनके समर्थक लोगों की दीवारों को अपने रंग से रंग देते थे और रातों-रात लोगों की दीवारें पोस्टरों से पट जातीं थीं लेकिन इस बार ऐसा नहीं देखा जा रहा है। चुनाव आयोग की सख्ती भी है कि बिना पूंछे कोई किसी के घर पर एक झंडा तक नहीं लगा सकता।
जिस दिन लोकसभा चुनावों की तारीखों का एलान हुआ उसी दिन से देश की कई बड़ी पार्टियों ने अपना वार रूम बना लिया और किसी किसी पार्टी ने तो देश के हर राज्यों में वार रूम बनाया है और ये वार रूम जो कुछ कर रहा है सब सोशल मीडिया पर कर रहा है। सोशल मीडिया पर आप किसी नेता का वीडियो देखते होंगे तो किसी के बारे में कोई अफवाह, तो किसी की तस्वीर पर चोर या चौकीदार लिख दिखता होगा, ये सब वार रूम से हो रहा है जहाँ काट-छांट कर वीडियो बनाये जा रहे हैं और उन्हें वाइरल किया जा रहा है।
इन वार रूम्स में शिक्षित युवाओं की टीम है। इनमे सोशल मीडिया स्पेस्लिस्ट काम कर रहे हैं। हर बड़े नेता की रैलियों पर ध्यान दिया जा रहा है और नेता अगर इधर उधर की बात करता है तो फटाफट उस वीडियो को काट-छांट उसमे कुछ और जोड़कर वाइरल कर दिया जाता है ताकि उस पार्टी की, उस नेता की बदनामी हो सके। किसी नेता की जुबान फिसलती है तो उसके विपक्षी वार रूम में उसे हांथों हाँथ लिया जाता है और उसे वाइरल किया जाता है।
जहाँ जल्द मतदान हैं वहां के बार रूम में रात-दिन काम चल रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ फर्जी सर्वे वाइरल होते हैं जिन्हे इन वार रूम में ही बनाया जाता है। अपनी पार्टी को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया जाता है और दूसरी पार्टी को कमजोर बताया जाता है। वर्तमान समय में गांव हो या शहर हर घर में स्मार्ट फोन पहुँच गया है और हर घर का कोई न कोई सदस्य फेसबुक या व्हाट्सएप का प्रयोग करता है इसलिए कोई तस्वीर या वीडियो वाइरल होने के बाद देश भर में पहुँच जाती है और वाइरल करने वालों का उद्देश्य पूरा हो जाता है। देश में बहुत कम ऐसे लोग हैं जो सोशल मीडिया की किसी अफवाह के बारे में पहले जानकारी लेते हैं फिर उसे शेयर करते हैं। अधिकतर लोग अफवाह को बिना सोंचे समझे शेयर कर देते हैं। वार रूम में काम करने वालों को ये पता है कि वो जो कुछ वाइरल कर रहे हैं उसे अधिकतर लोग शेयर करेंगे।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में सेंट्रल कंट्रोल वॉर रूम बनाया गया है। आप की यह वॉर रूम टीम रोज सुबह 8 बजे से देर रात 10 बजे तक काम कर रही है । इस टीम में इंजिनियर, पोस्ट ग्रैजुएट और दूसरे प्रफेशनल हैं जो ग्राउंड लेवल पर पार्टी के लिए रणनीति बनाने, उन पर अमल करने और रोजाना की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपने का काम कर रहे हैं।
वॉर रूम में 20 लोगों की एक टीम है , जिनमें 3 महिलाएं और 6 इंजिनियर हैं इसके साथ ही 5 पोस्टग्रैजुएट और एक पीएचडी भी हैं । इस वॉर रूम का नजारा किसी कॉर्पोरेट दफ्तर जैसा रहता है। लैपटॉप पर जुटे बीसों लोग लगातार लैंडलाइन फोन से भी कनेक्ट रहते हैं। महत्वपूर्ण फोन नंबर और पूर्ण राज्य के लिए पंचलाइन पर काम करना इनकी रणनीति का हिस्सा है। वॉर रूम में काम करनेवाले सदस्यों का कहना है कि लगातार संपर्क में रहने और कम्युनिकेशन के लिहाज से यह एक सही रणनीति है।
वार रूम में बहुत कुछ चल रहा है। आगे जल्द विस्तार से
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