भंडारे में साथिया से बात कर नवीन जयहिंद ने बताया कि हम संघर्ष करते करते कंगाल व कर्जदार हो चुके है और जनता की लड़ाई लड़ने के लिए दानवीरों व भामाशाह की जरूरत है। जिसके बाद आज दानवीरों ने अपनी श्रद्धासमान दान दिया और भोजन ग्रहण किया।
भंडारे में वो लोग सहयोग करने पहुंचे जिनकी आवाज नवीन जयहिंद ने उठाई थी उसमे पैंशन धारक बुजुर्ग, दिव्यांग, महिलाएँ, खिलाड़ी, पुलिस वाले, सरपंच, पंच, नंबरदार सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों पहुंचे और दान दिया और कहा कि हम जयहिंद सेना के साथ खड़े है और तन/मन/धन से साथ देंगे। आज समाज को ऐसे नेताओं की नहीं जो सिर्फ़ चुनाव के समय जनता को याद करें बल्की ऐसे योद्धाओं की ज़रूरत है जो सड़क पर उनके लिये संघर्ष कर सके ।
जयहिंद ने कहा कि मेरे लिए खाने का चाहे एक भी टुकड़ा न बचे लेकिन 36बिरादरी की आवाज ऐसे ही उठाउगा समाज के 36 बिरादरी के भाईचारे का वो धन्यवाद करते है । दानवीरों का एक रूपिया एक करोड़ रुपये के बराबर है । क्योकि ये इनके खून पसीने की कमाई का है । बुजुर्ग अपनी पेंशन से दान दे रहे है तो पुलिस वाले और कर्मचारी अपनी तनख़्वाह से दान कर रहे है । इनका आभारी वे ज़िंदगी भर रहेंगे ।
इसी बॉक्स में.....
जयहिन्द आज 14 जनवरी से 21 दिनों तक यह डोनेशन मुहीम चलाएंगे। जो भी दान देने वाले साथी है वे QR कोड स्कैन करके दान दे सकते है।
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