फरीदाबाद- पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा धोखाधड़ी व साइबर ठगी के मामलों में शामिल आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के दिशा-निर्देश तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की टीम ने देशभर में ठगी की 1169 वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में युवराज सिंह बग्गा उर्फ सनी अविनाश और चेतन सौरव उर्फ कल्लू विक्रम सिंह उर्फ विक्की अभिषेक उर्फ नोन्नी और शिवम उर्फ शिबू का नाम शामिल है। गिरफ्तार आरोपी दिल्ली के उत्तम नगर के रहने वाले हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपनी शिक्षा, ज्ञान और मेहनत के अनुसार सरकारी या प्राइवेट नौकरी प्राप्त कर सकता है। किसी भी प्रतिष्ठित कंपनी में काम करना एक पढ़े लिखे व्यक्ति का सपना होता है जिसे पूरा करने के लिए वह जी तोड़ मेहनत करते हैं। नौकरी प्राप्त करने के लिए आजकल बहुत सारी ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध है जिनपर व्यक्ति अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी सर्च कर सकता है परंतु कुछ ठग प्रवृत्ति के व्यक्ति इसका गलत फायदा उठाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसी प्रकार की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हुए एक साइबर ठग गिरोह ने बजाज फाइसर्वे कंपनी का क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर एपीके फाइल डाउनलोड करवा के फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। साइबर थाना इन नाइटी में 1 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज घर गिरफ्तार किया गया है। इसमें मुख्य आरोपी युवराज को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर 10 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपी अविनाश और चेतन और सौरव को दिल्ली से गिरफ्तार 8 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपी शिवम उर्फ शिबू अभिषेक उर्फ नोन्नी और विक्रम उर्फ विक्की को भी दिल्ली से ही गिरफ्तार किया गया है।
दिनांक 1 फरवरी 2023 को साइबर पुलिस थाना एनआईटी में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें पीड़ित अली हसन ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ 1 लाख 49 हजार 137 रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर थाने में मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत डीसीपी एनआईटी नीतीश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया गया जिसमें पीएसआई अर्जुन सिंह,उप निरीक्षक राजेश, सहायक उप निरीक्षक सत्यवीर, भूपेंद्र नरेंद्र व नीरज, महिला सिपाही प्रीति, सिपाही संदीप, अमित तथा अंशूल का नाम शामिल था। साइबर थाना की टीम ने तकनीकी के माध्यम से मामले में शामिल 6 आरोपियों को दिल्ली एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले आरोपी युवराज,अविनाश,सौरभ,विक्रम,अभिषेक व शिवम को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड के दौरान 120000/-₹ व 4 मोबाइल फोन बरामद किया गए। आरोपी फोन के जरिए से व्यक्ति की जानकारी एकत्रित करते थे और उस व्यक्ति से संपर्क करके उन्हें बजाज फाइसर्वे कंपनी का क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर एपीके फाइल डाउनलोड करवा के वारदात को अंजाम देते है। आरोपी युवराज सिंह, अविनाश उर्फ चेतन शिवम उर्फ सिव्बू और सौरभ उर्फ कल्लू ने एक अन्य वारदात तथा अविनाश उर्फ चेतन और सौरभ उर्फ कल्लू ने एक अन्य साइबर फ्रॉड की वारदात पंजाब दिया है।पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी युवराज मुख्य आरोपी है तथा आरोपी अविनाश फोन करके लोगों को अपने जालसाजी में फस आता है।
आरोपियों द्वारा बरामद किए गए मोबाइल को ट्रेस करने पर सामने आया कि आरोपी देशभर में साइबर ठगी की 1169 वारदातों को अंजाम देना सामने आया है। हरियाणा में 34 जिसमें से फरीदाबाद में तीन वारदातों को अंजाम दे रखा है इसके साथ ही जिसमें उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 374, गुजरात में 114,दिल्ली में 100, छत्तीसगढ़ में 23, तेलगाना में 88, राजस्थान में 81, महाराष्ट्र में 79, तमिलनाडु में 47, बिहार में 31, कर्नाटका में 29, पश्चिम बंगाल में 23, पंजाब में 22, उत्तराखंड में 20, मध्यप्रदेश में 16, उड़ीसा में 16, केरला में 15, आंध्रप्रदेश में 15, झारखंड में 12, असम में 11, छत्तीसगढ़ में 6, त्रिपुरा में 4, हिमाचल प्रदेश में 4, मेघालय में 2, पांडुचेरी में 2 तथा जम्मू-कश्मीर में 1 को अंजाम दे चुके हैं।पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।
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