फरीदाबाद- पलवल पुलिस विभाग की गाड़ी शराब तस्करी में, बिहार में पकड़ी गई खबर का पलवल पुलिस पूरी तरह से खंडन किया है। उक्त गाड़ी पुलिस विभाग से नीलामी प्रक्रिया उपरांत वर्ष 2019 में नीलाम हो चुकी है। पुलिस प्रवक्ता कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ समाचार चैनलों के माध्यम से संज्ञान में आया कि बिहार के अरवल में वाहन नंबर HR-30-K-0111 Model Swift Dezire कार से शराब बरामद की गई है।
यहां बता दें कि यह गाड़ी साल 2019 मे दिनांक 13.03.2019 तक पुलिस अधीक्षक, पलवल के पास थी। उपरोक्त वाहन 2,65000 किलोमीटर कि दुरी तय करने पर दिनांक 20.02.2019 को उपायुक्त , पलवल के आदेश अनुसार पुलिस विभाग पलवल के कंडम वाहनों के साथ लगाई गई बोली में बेची जा चुकी है।
उक्त वाहन को बोली के दौरान अमित सिंह पुत्र प्रेम सिंह निवासी हांसी हरियाणा द्वारा ₹142000 अदा करके खरीदा गया।* उक्त वाहन को उपायुक्त महोदय पलवल द्वारा दिनांक 13.03.2019 को उक्त व्यक्ति को सुपुर्द किया गया। उक्त वाहन दिनांक 13.03.2019 से ना तो पुलिस अधीक्षक पलवल के कब्जे में है और ना ही पुलिस विभाग पलवल से संबंध रखती है। पलवल पुलिस उक्त गाड़ी का शराब तस्करी से संबंध होने की खबरों का पूरी तरह से खंडन करती है।
आपको बता दें कि बिहार के अरवल जिले में शराब की बरामदगी से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया था जिसने पुलिस के अधिकारियों के भी होश उड़ा दिए. दरअसल शराब की बरामदगी से जुड़े इस मामले में जिस गाड़ी से शराब की खेप मिली वो एसएसपी की गाड़ी बताई गई।
अरवल जिले के मेहंदिया थाना की पुलिस ने शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त कार से भारी मात्रा में शराब बरामद किया. एनएच 139 पर वालिदाद कब्रिस्तान के पास औरंगाबाद की ओर से आ रही कार ने एक ट्रैक्टर में टक्कर मार दी जिससे कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद मौके पर पहुंची मेहंदिया थाने की पुलिस ने कार की तलाशी ली तो कार के अंदर से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई. इस दुर्घटना के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और जब कार के मामले में जानकारी निकाली तो उसके होश उड़ गए।
दरअसल ये कार सीनियर सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस यानी एसएसपी पलवल हरियाणा की बताई गई। कार नंबर से वाहन मालिक की पहचान की गई तो पलवल के एसएसपी के नाम से ये कार रजिस्टर्ड है. इस मामले में एएसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि दुर्घटनाग्रस्त कार से 300 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई है. कार की नंबर की जांच के बाद ये पलवल के सीनियर एसपी का पाया गया है. जांच में जुटे एएसपी ने बताया कि शराब कारोबारियों द्वारा पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए भी नंबर प्लेट का उपयोग किया जा सकता है क्योंकि बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद लगातार शराब कारोबारी के द्वारा कई तरह के उपाय कर शराब की बड़ी खेप अलग-अलग जिलों में पहुंचाया जा रहा है। इसी मामले को लेकर अब पलवल पुलिस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि ये कार 2019 में नीलम की जा चुकी है।
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