Faridabad Assembly

Palwal Assembly

Faridabad Info

कुर्बानी दे चुके हैं 700 से ज्यादा किसान लेकिन अहंकारी सरकार राजहठ छोड़ने को तैयार नहीं- दीपेंद्र हुड्डा

RS-MP-Deepender-Singh-Hooda-At-Bhiwani
हमें ख़बरें Email: psrajput75@gmail. WhatsApp: 9810788060 पर भेजें (Pushpendra Singh Rajput)

 
भिवानी, 12 नवम्बर। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज भिवानी-चरखी दादरी स्थित कितनाला टोल प्लाजा पर चल रहे अनिश्चितकालीन किसान धरने पर पहुंचकर आंदोलनरत किसानों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल पूछा। उन्होंने कहा कि एक साल से किसान सड़कों पर शांतिपूर्वक बैठे हैं, इस दौरान 700 से ज्यादा किसानों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी, लेकिन अहंकार में डूबी सरकार राजहठ छोड़ने तक को तैयार नहीं है। वो लगातार किसानों को प्रताड़ित कर रही है। सरकार न तो सड़कों पर बैठे किसानों की बात सुन रही है न ही संसद में किसान की आवाज सुनने के लिये तैयार है। उन्होंने बताया कि जैसे ही वो संसद में किसानों की आवाज़ उठाते हैं उनका माईक बंद करा दिया जाता है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि माईक बंद कराके किसानों की आवाज़ दबाई नहीं जा सकती। किसान देश की आत्मा हैं, उनकी आवाज़ कुचली नहीं जा सकती। वे संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में फिर किसानों की आवाज़ पुरजोर तरीके से उठायेंगे।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार को किसानों से बिना शर्त बातचीत करना चाहिए और समाधान निकालना चाहिए। जिन तीन कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं वे किसान के साथ-साथ आम जन पर भी प्रतिकूल असर डालेंगे। यदि ये तीनों कानून लागू हो गये तो आम गरीब की रोटी बड़े सरमायेदारों की मुठ्ठी में कैद हो जायेगी। सांसद दीपेंद्र ने कहा कि बढ़ती महंगाई ने किसानों और आम गरीब की कमर तोड़ दी है। डीजल, खाद, बीज, कृषि उपकरण आदि महंगे होने से खेती की लागत बढ़ गयी, जबकि किसान की आमदनी बढ़ने की बजाय घट गयी है। मंडियों में फसल बेचने पहुंचे किसानों को एमएसपी तक नहीं मिल रहा है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पिछले दिनों बड़़े पैमाने पर अतिवृष्टि से हजारों एकड़ में फसल खराब हो गयी, जिसका कोई मुआवजा किसानों को अब तक नहीं मिला। इतना ही नहीं, खेतों में बड़े पैमाने पर पानी भरा हुआ है। पानी की निकासी न होने से रबी की फसल की बिजाई भी नहीं हो पायेगी। इसके अलावा पूरे प्रदेश में खाद की किल्लत और कालाबाजारी से किसान परेशान हैं। पुलिस थानों में नाम मात्र की खाद बंटवायी जा रही है। किसान की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं।

उन्होंने कहा कि महंगाई की मार झेल रहे किसान को सबसे बड़ा दुःख इस बात का है कि जब टमाटर उसके खेत में था तो उसे लागत भाव में भी कोई नहीं खरीद रहा था। इससे दुःखी किसानों ने अपना टमाटर ट्रालियों में भरकर सड़कों पर फेंक दिया। अब विडम्बना ये है कि उसके पैदा किये जिस टमाटर को कोई नहीं खरीद रहा था आज किसान को खाने के लिये वही टमाटर 100 रुपये किलो में खरीदना पड़ रहा है। यही हाल प्याज, दाल और सरसों का है। महंगाई की मार झेल रहे किसान पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर पहुंच गये हैं।

इस दौरान पूर्व विधायक सोमवीर सिंह, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, संदीप सिंह, राजबीर फरटीया, धीरज अखारिया, अजय वैद्य, किशोर शर्मा प्रदान, राकेश शर्मा, नरसिंह डिप्टी, ओमप्रकाश, अभिजीत लाल सिंह, अमन डालावास, धरमेंदर सांगवान, राजेश बढेसरा, अनूप बढेसरा, विकास जाटुल लोहारी, अजीत बामला, अनिल धनखड, अशोक कादयान आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।  

फेसबुक, WhatsApp, ट्विटर पर शेयर करें

Faridabad News

Post A Comment:

0 comments: