नई दिल्ली- हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने अपनी एक किताब में लिखा था कि लालचियों के शहर में ठग भूखे नहीं मरते। वरिष्ठ अधिकारी हैं उन्होंने काफी सोंच समझकर लिखा था। हाल के लगभग डेढ़ दशकों से ऐसा देखा जा रहा है। गरीब बेरोजगारों को कुछ लोग लालच देकर दोनों हाथों से लूट रहे हैं। कई ऐसे मामले आये है जिनमे ठगों ने लाखों गरीबों से हजारों करोड़ ठग लिए। यूपी की एक बड़ी ठगी के मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। कुछ समय से बाइक बोट घोटाला सुर्ख़ियों में है। इस घोटाले की बात करें तो ठगो ने देश भर के लगभग दो लाख लोगों से 15 हजार करोड़ रूपये ठग लिए थे। सीबीआई ने इस मामले में कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर संजय भाटी और 14 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने देश भर में लाखों लोगों से ठगी की है।
आपको बता दें कि ये ठग बाइक टैक्सी में निवेश का लालच देते थे। संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई थी। इसके बाद बाइक बोट नाम से स्कीम की शुरुआत की गई। इसके तहत संजय भाटी और उसके साथियों ने निवेशकों को 1,3,5 या फिर 7 बाइकों में निवेश के बाद आकर्षक रिटर्न का ऑफर दिया गया। यह कहा गया कि यह बाइक टैक्सी स्कीम है और इसमें पैसे लगाने पर लोगों को बड़ा रिटर्न मिलेगा। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और हजारों करोड़ की ठगी करने के बाद संजय भाटी और उसके साथी चंपत हो गए। कहा जा रहा है कि संजय भाटी फिलहाल देश में ही नहीं है।
इस ठगी की स्कीम के तहत लोगों को ऑफर दिया गया था कि वे बाइकों को खरीदने के लिए जो निवेश करेंगे, उसके बदले में उन्हें हर महीने रिटर्न हासिल होगा। इसके अलावा अन्य लोगों को जोड़ने पर कुछ अलग इंसेंटिव देने की भी बात कही गई थी। इसके अलावा कंपनी ने देश के कई शहरों में अपनी फ्रेंचाइजी शुरू करने की भी बात कही। हालांकि यह स्कीम कहीं भी जमीन पर नहीं उतरी और लोगों से फ्रॉड जारी रहा। इस स्कीम को कंपनी ने 2017 में लॉन्च किया था और 2019 के शुरुआती दिनों तक यह घोटाला लगातार जारी रहा। इस दौरान देश भर से लाखों लोगों ने कंपनी में करीब 15,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था। ठग लोगों से 62 हजार रूपये निवेश करवाते थे और एक साल में सवा लाख रूपये रिटर्न की बात करते थे।
जब लोगों को कुछ नहीं मिला तो सड़क पर उतरे और धीरे-धीरे ठगो की पोल खुलती गई। लोगों ने जंतर मंतर सहित कई जगहों पर प्रदेशन किया। बताया जा रहा है कि ठगों ने कुछ बड़े पुलिस अधिकारियों से सेटिंग कर रखी थी और यही नहीं संजय भाटी बसपा का जिला स्तर का नेता भी था लेकिन पाप का घड़ा ज्यादा भर गया था और छलकने लगा। अब मामला सीबीआई के पास है। निवेशकों को राहत मिली है शायद उनका कुछ पैसा वापस हो जाये।
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