नई दिल्ली- हाल में कुछ अखबारों में ख़बरें छपीं कि कोरोनाकाल में देश के कई बड़े अमीर और अमीर हुए और यहां तक कि तमाम सत्ताधारी भी कोरोनाकाल के दौरान खूब मालामाल हुए। अगर ऐसा हुआ होगा तो उन्हें लगता है उनकी जैसी कमाई हर किसी की बढ़ी होगी। अगर हर किसी की कमाई ऐसे ही बढ़ी होती तो देश के लगभग 90 किलो मुफ्त गेंहूं देने की जरूरत न पड़ती। कहा जाता है कि देश में गरीबों की संख्या और बढ़ी है और आम आदमी कहा जाने वाला भी अब गरीबों की श्रेणी में शामिल हो चुका है।
वर्तमान में देश भयंकर मंहगाई झेल रहा है। करोड़ों लोग दुखी हैं और कुछ सत्ताधारी लगातार जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं। अब मध्य प्रदेश के केबिनेट मंत्री ने जनता के जख्मों पर नमक छिड़का है। मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया का कहना है कि इन वर्षों में अगर आमदनी बढ़ी है तो हमें थोड़ी बहुत महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। हर चीज तो सरकार फ्री में दे नहीं सकती क्योंकि सरकार का राजस्व संग्रह भी इसी से होता है तो जनता को ये समझना चाहिए।देखें फिर नीचे पढ़ें कैसे लताड़े जा रहे हैं मंत्री जी
#WATCH इन वर्षों में अगर आमदनी बढ़ी है तो हमें थोड़ी बहुत महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। हर चीज तो सरकार फ्री में दे नहीं सकती क्योंकि सरकार का राजस्व संग्रह भी इसी से होता है तो जनता को ये समझना चाहिए: महेंद्र सिंह सिसोदिया,कैबिनेट मंत्री, मध्य प्रदेश pic.twitter.com/pByvjYzm2C
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 31, 2021
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